वरीय संवाददाता देवब्रत मंडल


चैत्र मास की शुक्लपक्ष की अष्टमी तिथि को चक्रवर्ती सम्राट अशोक की जयंती पटना से लेकर गया तक विभिन्न स्थानों पर समारोह पूर्वक मनाई गई। गया नगर निगम परिसर में चक्रवर्ती सम्राट अशोक के नाम से भवन बनकर तैयार भी हो चुका है। लेकिन, बीते कल(चैत्र अष्टमी) के दिन इस भवन में कोई भी ऐसी गतिविधियां नहीं देखी गई, जिससे कहा जा सकता है कि जिस चक्रवर्ती सम्राट के नाम से यह भवन का निर्माण कराया गया, उनके सम्मान में किसी प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किया जाए। किनकी गलती है, ये तय करना मुश्किल है। हालांकि इस भवन के प्रवेश द्वार पर ताला लटके हुए हैं, बाहर यानी पोर्टिको में निगम के पदाधिकारियों के वाहन जरूर लगे देखे गए, पर किसी ने मुनासिब नहीं समझा कि सम्राट अशोक की एक चित्र यहां पर रखकर इन महान सम्राट के प्रति आदर और सम्मान प्रकट कर सके। हालांकि निगम के एक कर्मी से जब इस बावत सवाल किया गया तो उन्होंने यही कहा कि कर्मचारी हूं न! ये तो “बड़े साहेब” को सोचना चाहिए था न! इस संबंध में पूर्व वार्ड पार्षद डॉ विनोद कुमार मंडल ने कहा कि यह चिंता का विषय है कि हर तरफ सम्राट अशोक की जयंती समारोह धूमधाम से मनाई गई, पर गया नगर निगम जिन महान व्यक्तित्व के नाम पर भवन निर्माण किया गया है, वहाँ पर किसी तरह का कार्यक्रम नहीं होना, उनके सम्मान में कोई कार्यक्रम का आयोजन नहीं होना निगम के पदाधिकारियों की अदूरदर्शिता परिलक्षित होती है।