वरीय संवाददाता देवब्रत मंडल




गया जिले में पहले चाकन्द थाना क्षेत्र में, इसके बाद गया शहर के डेल्हा थाना क्षेत्र से गया जिला की पुलिस ड्रग्स माफियाओं(इसके कारोबारी) को दबोच चुकी है। हालांकि इस स्मैक के काले कारोबार के पीछे छिपे असली चेहरे सामने नहीं आए हैं, लेकिन जिस तरह से पुलिस की टीम क्रमिक छापेमारी कर अबतक चार लोगों को जेल के सलाखों के पीछे भेज चुकी है तो अब चर्चा में आ रहा है कि अगला ड्रग्स माफिया कौन है? जो पुलिस के रडार पर है। गया जिले के एसएसपी हरप्रीत कौर के निर्देश पर एक स्पेशल टीम का गठन किया गया है। जिसमें तेज तर्रार पुलिस अधिकारी को शामिल किया गया है। जो जिले में चल रहे ड्रग्स के अवैध कारोबार में संलिप्त लोगों पर नकेल डालने के लिए जाल बिछा दी है। चाकन्द में छापेमारी के दौरान एक एंड्रॉइड मोबाइल सेट भी बरामद किया गया है। पुलिस की टेक्निकल टीम यदि इसके सीडीआर को खंगालने का काम करती है या कर रही है तो कई और चेहरे सामने आ सकते हैं। दो दिन डेल्हा थाना के मंदराज बिगहा मोहल्ले में वार्ड पार्षद लाछो देवी के घर पर छापेमारी हुई। पहले दिन सफलता हाथ नहीं लगी। लेकिन दूसरे दिन ही यहां से पार्षद की बहन और दो सहयोगियों के पास से स्मैक(हेरोइन) और ड्रग्स के बिक्री के पैसे की बरामदगी हुई। इस क्रमिक छापेमारी में चार लोगों को पुलिस अबतक जेल की सलाखों के पीछे भेज चुकी है। अब वार्ड पार्षद की तलाश पुलिस कर रही है। यहां से पकड़े गए लोग गया शहर के अलग अलग हिस्से के रहने वाले हैं। ऐसे में स्वाभाविक है इस धंधे का नेटवर्क शहर के कई और इलाकों में फैला हुआ होगा। स्मैक की बिक्री से होने वाली अवैध कमाई को किस तरह खर्च किया जा रहा है, इसकी भी जांच होती है तो आय से अधिक संपति अर्जित करने का भी मामला सामने आ सकता है। फिलहाल, ड्रग्स के इस अवैध धंधे में संलिप्त अगला कौन है, ये पुलिस की जांच में ही सामने आएगा।