

मोहनपुर प्रखंड विकास पदाधिकारी रंजीत कुमार सिंह के द्वारा गुरुवार को ग्राम पंचायत बगुला में संचालित आंगनवाड़ी केंद्र, जन वितरण प्रणाली की दुकान, अनुसूचित बालिका आवासीय विद्यालय एवं उप स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण किया गया है। निरीक्षण के दौरान आंगनवाड़ी कोड संख्या 75 मुसरशब्दा में बंद पाया गया। वही 74 आंगनवाड़ी केंद्र लोदिया आंगनवाड़ी सेवीका एवं सहायता उपस्थित पाए गए। लेकिन बच्चे की उपस्थिति नहीं थी। इसी प्रकार उप स्वास्थ्य केंद्र डांगरा का औचक निरीक्षण किया गया जहां पर सिर्फ एक चपरासी उमेश कुमार उपस्थित पाए गए। यहां पर एनएम कहीं पर भी क्षेत्र में कार्य करने चली गई थी। उप स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक नहीं है। इस पर उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सा प्रभारी से दूरभाष पर बात करते हुए कहा कि यहां पर एक चिकित्सक का प्रतिनियुक्त अभिलंब किया जाए। इसी प्रकार बालिका आवासीय विद्यालय का औचक निरीक्षण किया गया। जिसमें 200 छात्र छात्राओं की नामांकन में मात्र 80 बच्चे ही उपस्थित पाए गए। आवासीय विद्यालय में छात्र-छात्राओं से बीडीओ के द्वारा पूछताछ किया गया। छात्र-छात्राओं ने बीडीओ को बताया कि मीनू के अनुसार हम लोग को भोजन नाश्ता नहीं मिलता है। जिस पर बीडीओ भड़क गए और कल्याण विभाग को दूरभाष पर बात किया गया यहां के प्रभारी के द्वारा पूछताछ किया गया। जिसमें प्रभारी ने कहा कि हमने मीनू के अनुसार ही भोजन मिलता जबकि छात्र छात्राओं को कहना था कि नहीं हम लोग को नाश्ता मिलता है और ना ही अंडा या दूध मिलता है साथ ही उन्होंने आवासीय विद्यालय में छात्र छात्राओं को अन्य सामग्री जो उपलब्ध कराई जाती है। वह भी सही से नहीं दिया जा रहा है। प्रखंड विकास पदाधिकारी ने कहा कि पूरी प्रतिवेदन बनाते हुए जिला पदाधिकारी एवं कल्याण विभाग के द्वारा संचालित विद्यालय की प्रतिवेदन भेजा जा रहा है। उन्होंने उपस्थित शिक्षक को निर्देश दिया कि 2 दिनों के अंदर मीनू के अनुसार भोजन दिया जाए। इसी प्रकार जन वितरण प्रणाली के दो दुकानों का गोदाम का जांच किया गया है। उन्होंने बताया कि गोदाम के रजिस्टर और भंडारण के अनुसार सही पाया गया है। वही प्रधानमंत्री आवास योजना लाभुकों के पास भी जाकर बन रहे घर जल्द आवास बनाने का कहां गया है।
रिपोर्ट – रामानंद सिंह ,मोहनपुर संवाददाता