सुजीत मेहता हत्याकांड को सीबीआई जांच करवाए सरकार: सोनू कुशवाहा
वरीय संवाददाता देवब्रत मंडल

औरंगाबाद जिला के कुटुंबा प्रखंड के पूर्व जिला परिषद सदस्य सुमन कुशवाहा के पति सुजीत मेहता का हत्या बीते दिन अंबा बाजार में मोटरसाइकल सवार अपराधियों ने कर दिया। वे अंबा बाजार से जैसे ही बाइक से निकले और बतरे नदी के पुल पे पहुंचे वैसे ही अपराधियों ने ताबड़तोड़ 7 गोली उनके पीठ में मार दिया और फरार हो गए।
सुजीत मेहता पूर्व से ही सरकार से अपने सुरक्षा का गुहार लगाते रहे हैं पर सरकार ने उस पर कोई ध्यान नहीं दिया जिसका खामियाजा सुजीत को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने उक्त बातें कहते बताया कि सुजीत हत्याकांड के खिलाफ गया शहर में मौर्य शक्ति संगठन के बैनर तले एक आक्रोश मार्च निकाला गया। ये आक्रोश मार्च गया शहर के अंबेडकर पार्क से चल कर जीबी रोड होते हुए टावर चौक तक गया और वहां एक सभा में तब्दील हो गया।टावर चौक पे आक्रोश मार्च में शामिल लोग बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन किया और बिहार सरकार एव औरंगाबाद जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी किए।मौर्य शक्ति के जिलाध्यक्ष टिंकू कुशवाहा ने कहा कि सुजीत मेहता एक युवा समाजसेवी के साथ साथ एक जनप्रतिनिधि भी थे, मौजूदा सरकार युवा प्रतिनिधियों को सुरक्षा देने में नाकाम है और पुलिस के मिलीभगत से इनका हत्या करवा रही है। वहीं मार्च में शामिल सोनू कुशवाहा ने बताया कि सुजीत मेहता औरंगाबाद जिला के उभरते युवा नेता थे जिनका हत्या के 24 घंटा के बाद भी अभी तक कोई अपराधी का गिरफ्तारी नहीं हुआ है इससे साफ जाहिर होता है कि ये सरकार बिलकुल निकम्मी है और पिछड़ी जाति के जनप्रतिनिधियों को जान बूझ कर मरवा रही है। मौके पर केदार प्रसाद,सुरेंद्र कुश,अजय विद्यार्थी,ओमकार कुशवाहा, आदित्य प्रधान, कुंदन कुशवाहा, दीपक आनंदा, शिशुपाल कुमार, विश्वजीत दांगी, रजनीश दांगी, अभिषेक आनंद, देवी दत्त सागर, अजीत कुमार, रवि मेहता,अनिल मेहता, मंटू कुमार, सिंटू मेहता,दिलीप मेहता,अशोक कुमार समेत तमाम लोग मौजूद रहे।