पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए जिला कांग्रेस मुख्यालय में लाया गया

गया जिला कांग्रेस के मूर्धन्य नेता, इंटक के प्रदेश सचिव सह गया जिला इंटक प्रभारी अशोक सिंह का निधन सोमवार को पटना में इलाज के दौरान हो गया। इनके आसमयिक निधन से सम्पूर्ण कांग्रेस परिवार मर्माहत एवं शोकाकुल है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रो. विजय कुमार मिठू ने बताया कि अशोक सिंह विगत एक वर्ष से बीमार चल रहे थे। चार दिनों से पटना के निजी नर्सिंग होम में इनका इलाज चल रहा था। जहां सोमवार की उन्होंने अंतिम सांस ली। जिनका पार्थिव शरीर पटना से गया स्थित इनके एसएसपी कोठी के सामने स्थित आवास पर आने के बाद स्थानीय कांग्रेस पार्टी कार्यालय राजेन्द्र आश्रम में अंतिम दर्शन के लिए लाया गया। यहां इन्हे कांग्रेस पार्टी के नेता कार्यकर्ता फूल, माला अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की। दो मिनट का मौन रख इनकी आत्मा की शांति हेतु ईश्वर से प्रार्थना की गई। इनके निधन पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बलराम शर्मा ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा है कांग्रेस पार्टी ने एक अच्छे नेता को खो दिया है। इनकी कमी को पूरा नहीं किया जा सकता है। इन्होंने शोक संतप्त परिवार को दुःख की इस घड़ी में धैर्य रखने और दिवंगत नेता की आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है।
राजेंद्र आश्रम में श्रद्धांजलि अर्पित करने एव शोक व्यक्त करने वालों में अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के सदस्य सह क्षेत्रीय प्रवक्ता बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी, पूर्व विधायक मो. खान अली, इंटक जिलाध्यक्ष कृष्ण सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष कृष्ण प्रकाश, सीएलयू के अध्यक्ष अजय सिंह, शकील खान, मनीषा देवी, जिला उपाध्यक्ष युगल किशोर सिंह, महिला कांग्रेस अध्यक्ष लाछो देवी, मदीना खातून, राम प्रमोद सिंह, सुमंत कुमार,, जिला महासचिव विद्या शर्मा, अमरजीत कुमार, टिंकू गिरी, ओंकार नाथ सिंह, मो. अशरफ इमाम, मो नवाब, मो अजहरुद्दीन, मो खैरुद्दीन, बाल्मीकि प्रसाद, बृजमोहन शर्मा, जगरूप यादव, विनोद बनारसी, राजेश्वर पासवान, प्रियरंजन डिंपल, मनोरंजन पाठक, डॉ हामिद हुसैन, जमीर शहीदी, डॉ गगन मिश्रा, प्रो अरुण कुमार प्रसाद, आदि शामिल थे।
नेताओं ने स्व. अशोक सिंह को हरदिल अजीज, मृदुभाषी, सरल स्वभाव के धनी बताते हुए ईश्वर से इस संकट कि घड़ी में इनके परिवार को सहन शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की।
नेताओं ने कहा अशोक सिंह कांग्रेस पार्टी के मजदूर संगठन इंटक के रीढ़ थे। जो सम्पूर्ण मगध प्रमंडल के मेहनतकशों की समस्याओं कि लड़ाई लड़ते थे, इनकी भरपाई करना बेहद मुश्किल है।
देर शाम दाह संस्कार विष्णुपद शमशान घाट पर हुआ। मुखाग्नि एक मात्र पुत्र ने दिया। शमशान घाट पर भारी संख्या में इनके परिवार, कांग्रेस पार्टी के नेता कार्यकर्ता तथा अन्य लोग मौजूद रहे।
वरीय संवाददाता देवब्रत मंडल