हर छात्र समाज एवं देश के उद्धार का देखे सपना – कुलपति
आलोक रंजन ,टिकारी अनुमंडल संवाददाता

हर छात्र को अपने जीवन में कम से कम तीन सपने जरूर देखने चाहिए और मेरा ये विश्वास है कि इन तीन सपनों के माध्यम से हर कोई अपने जीवन में सफल हो सकता है। पहला सपना आप अपने आप के लिए देखिए, दूसरा सपना आप अपने माता – पिता व परिवार के लिए देखिये एवं तीसरा एवं महत्वपूर्ण सपना आप अपने समाज व समुदाय एवं देश के उद्धार के लिए ज़रूर देखिए। ये अहम बातें दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) के कुलपति प्रोफेसर कामेश्वर नाथ सिंह ने विवि के बॉयज हॉस्टल (गार्गी सदन) में आयोजित ‘परिचय समारोह’ में छात्रावास में रहने वाले छात्रों को संबोधित करते हुए कहा। मुख्य अतिथि के रूप में अपने उद्बोधन में कुलपति ने कहा कि परिचय समारोह एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है जिसके माध्यम से हॉस्टल परिवार के छात्रों के बीच मेलजोल और आत्मीय भावना का विकास होता है। उन्होंने आगे कहा कि सपने देखना बहुत जरुरी है, खुली आँखों से सपने देखना और फिर उसे सच में परिणत करने के लिए जिजीविषा का होना बहुत जरुरी है। अपने हॉस्टल डेज को याद करते हुए कुलपति महोदय ने कहा कि छात्रावास साधन की स्थली नहीं बल्कि साधना की स्थली है। सभी छात्रों को यहाँ एक सच्चे साधक की भाँती अपने लक्ष्य पर केन्द्रित होना चाहिए। विद्यार्थियों के अनुशासित व्यवहार से आह्लादित कुलपति ने यह ज़ोर देकर कहा कि सभी छात्र ऐसा काम करें कि उनका जीवनपर्यंत इस विश्वविद्यालय से जुड़ाव बना रहे और संस्थान के प्रति उनमे एक अपनापन की भावना विकसित हो। उन्होंने यह सुझाव दिया कि सभी विद्यार्थी कैंपस के एक-एक पेड़ को गोद लें और जब तक वे इस संस्थान में हैं, अपने गोद लिए पेड़ का ख्याल रखें जिससे उनका जुड़ाव हमेशा विवि के प्रति बना रहेगा।
इससे पहले सीयूएसबी के बॉयज हॉस्टल में परिचय समारोह का औपचारिक उद्घाटन कुलपति के साथ छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. आतिश पराशर, कुलानुशासक प्रो. उमेश कुमार सिंह, चीफ वार्डन डॉ० विपिन कुमार सिंह आदि ने किया। कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत करते हुए चीफ वार्डन डॉ. विपिन कुमार सिंह ने कहा की हम सब कुलपति के कुशल मार्गदर्शन में छात्रावास में रचनात्मक और सृजनात्मक गतिविधि को करने में लगे हुए हैं। उन्होंने इस कार्यक्रम में मंचासीन कुलपति महोदय और साथ ही छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. आतिश पराशर एवं कुलानुशासक प्रो. उमेश कुमार सिंह का स्वागत किया। हॉस्टल के छात्रों को संबोधित करते हुए छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रोफेसर आतिश पराशर ने कहा कि विश्वविद्यालय का हर प्रकार से आप छात्रों के के लिए समर्पित है, अगर छात्र को किसी तरह की कोई समस्या होती है तो हम हर समय उस समस्या के निवारण में लगे हुए हैं। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कुलानुशासक प्रो. उमेश कुमार सिंह ने विश्वविद्यालय में अनुशासन पालन के विविध आयामों से विद्यार्थियों का परिचय कराया एवं कहा कि अनुशासन एक बेहतर जीवन शैली के लिए अनिवार्य चीज है। मंच का संचालन वार्डन डॉ० चन्दन श्रीवास्तव एवं धन्यवाद ज्ञापन वार्डन डॉ० लखविन्द्र सिंह के द्वारा किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में हॉस्टल कमिटी के सदस्यों की भूमिका सराहनीय रही।

परिचय समारोह के दौरान माननीय कुलपति के साथ – साथ उपस्थित अतिथिगण विद्यार्थियों से रूबरू हुए और विद्यार्थियों ने संक्षेप में अपना परिचय दिया | बॉयज हॉस्टल के शोधार्थी नाचिकेत एवं राहुल, छात्र प्रेसिडेंट आदित्य तिवारी व वाईस प्रेसिडेंट मो. दानिश सरवर, तथा स्नातक व स्नातकोत्तर के छात्रों ने परिचय समारोह में अपना परिचय प्रस्तुत किया | इस अवसर पर वार्डन के साथ – साथ प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सदस्यगण, एंटी रैगिंग समिति के सदस्य, छात्रावास कर्मी एवं कई विभागों के प्रोफेसर, शोधार्थी एवं विद्यार्थी मौजूद थे |