वरीय संवाददाता देवब्रत मंडल

गया नगर विकास एवं आवास विभाग की राशि से यह पार्क बनाया गया है। इसी वर्ष अप्रैल महीने में इसका विधिवत उद्घाटन भी हो चुका है। इस चिल्ड्रन पार्क का नामकरण भी देश के प्रथम राष्ट्रपति के नाम पर किया गया। यह पार्क एनएच-83 गया-पटना मार्ग पर है। जो गया नगर निगम के वार्ड नं 5 के क्षेत्र में है। इस पार्क में बच्चों के मनोरंजन के कई साधन हैं। वहीं बच्चों के साथ उनके अभिभावक भी आते हैं। इसके अलावा यह पार्क स्वास्थ्य लाभ लेने वाले लोगों के लिए उत्तम है। यहां सुबह में टहलने वालों से लेकर व्यायाम करने वाले लोग भी आते हैं। सुबह में यहां अच्छी खासी भीड़ होती है। शाम के वक़्त भी लोग इस पार्क में आते हैं। इसमें प्रवेश करने के लिए न्यून राशि प्रति व्यक्ति ₹ 5 शुल्क देना होता है। यहां स्टाफ भी देखरेख में लगे होते हैं। इसके निर्माण पर करीब ₹ 2.20 करोड़ की लागत आई है। लेकिन, यहां आने वाले कहते हैं कि इस पार्क में न तो टॉयलेट है और न तो पीने के पानी की व्यवस्था दी गई है। प्रकाश की व्यवस्था है, पर सभी जलते नहीं। पार्क में जगह छोटे छोटे गड्ढे भी हो गए हैं। यहां आईं एक महिला ने बताया कि बच्चों के साथ यहां कुछ समय बिताने के लिए आई हूं, पर टॉयलेट और पीने के पानी की व्यवस्था नहीं रहने से परेशानी हुई। पार्क में ये दो चीजों का होना जरूरी है। वहीं यहां कार्यरत कर्मचारियों को भी देखा गया कि पीने के पानी के लिए दूसरे का सहारा लेना पड़ता है। यहां के कर्मचारियों ने बताया कि सुबह सात बजे तक इस पार्क में आने वालों से कोई शुल्क नहीं लिया जाता है। फिलहाल गया नगर निगम का यह चिल्ड्रेन पार्क काफी बड़े क्षेत्रफल में फैला हुआ है। लोगों के बैठने के बेंच हैं। करीने से पौधे और पेड़ लगे हुए हैं, जो इस पार्क की खूबसूरती है। पाथवे भी बने हैं। magadhlive की टीम जब यहां पहुंची तो इसकी पड़ताल की। कई बात सामने आई। यहां प्रवेश शुल्क की मांग करने को लेकर हंगामा, मारपीट और तोडफ़ोड़ की घटना भी हो चुकी है। यहां काम करने वाले कर्मचारी दबी जुबान से बताते हैं कि पार्क तो जनता की है। लोग इसे संभाल कर रखें तो शहरवासियों के साथ साथ बाहर से आने वाले लोगों के मनोरंजन व स्वास्थ्य के लिए अच्छा रहेगा।