वरीय संवाददाता देवब्रत मंडल

गया जिले के बाराचट्टी थाना क्षेत्र के बुमेर पंचायत अंतर्गत गूलरवेद गांव में घटित घटना को लेकर जिला पदाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने शुक्रवार को स्थल निरीक्षण किया। सबसे पहले विस्फोट स्थल का निरीक्षण किया। साथ ही पीड़ित परिवार से भी मिले। उन्होंने सांत्वना देते हुए कहा कि यह घटना काफी दुखद है। डीएम स्थानीय जनप्रतिनिधियों से भी मिले। जिस स्थान पर अभ्यास फायरिंग की जाती है, उस स्थल का भी निरीक्षण किया। किस किस प्रकार की अभ्यास फायरिंग की जाती है, उसकी भी जानकारी डीएम ने ली। अभ्यास फायरिंग के बीच कौन-कौन से गांव बीच में प्रभावित/ पड़ते हैं, उसकी भी जानकारी ली। सेना के पदाधिकारी, जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर जानकारी ली एवं उनकी समस्याओं को जाना।
फायरिंग रेंज में पड़ने वाले गांव एवं टोलों के सर्वेक्षण का निर्देश

फायरिंग रेंज में पड़ने वाले गांव एवं टोलो का सर्वेक्षण करने का निर्देश भूमि सुधार उप समाहर्ता शेरघाटी को दिया गया है। उन्होंने कहा कि हाई रिस्क गांव का भी सर्वेक्षण कराने का निर्देश दिया गया है। दोनों पक्ष को सुनते हुए ग्रामीणों को अस्वस्त कराया कि सही ढंग से जांच होगी। पीड़ित परिवार को सरकारी योजनाओं से मदद की जाएगी। वहीं अगले 10 दिनों तक अभ्यास फायरिंग को बंद रखने का निर्णय लिया गया है।
विधायक और ग्रामीणों के साथ हुई बैठक

जिला पदाधिकारी डॉ त्यागराजन एसएम तथा स्थानीय विधायक ज्योति देवी ने भीमराव अंबेडकर आवासीय छात्रावास के दफ्तर में बुमेर पंचायत एवं आसपास के इलाके के ग्रामीणों के साथ विस्तार से बैठक करते हुए घटना के एक एक बिंदुबार जानकारी लिया।
दस दिन के अंदर मृतक के आश्रितों को पांच-पांच डिसमिल जमीन
डीएम ने अनुमंडल पदाधिकारी शेरघाटी एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी बाराचट्टी को निर्देश दिया गया कि दस दिन के अंदर मृतक के आश्रितों को पांच-पांच डिसमिल जमीन सुरक्षित स्थान पर उपलब्ध कराएं। साथ ही मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत उन्हें आवास की व्यवस्था कराइ जाए। एसडीओ के निर्देश पर मृतक के आश्रितों को एक-एक क्विंटल चावल पीडीएस बिक्रेता के द्वारा मुहैया कराई गई है। साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार की अन्य जितने भी योजना में पात्रता रखते हैं उसे देखते हुए प्राथमिकता पर योजना का लाभ उपलब्ध करवाया जाएगा।
डीएम ने कहा कि घटना में एक 9 साल की बच्ची के माता-पिता की मृत्यु हुई है। इस बच्ची को परवरिश योजना के तहत लाभ उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा कि बच्ची की पढ़ाई लिखाई तथा अन्य व्यवस्था बेहतर तरीके से कराया जाएगा।