बुलेट बाबा की एक झलक पाने को बेताब दिखे समर्थक
टिकारी अनुमंडल संवाददाता आलोक रंजन की रिपोर्ट

बुलेट बाबा के नाम से जिले में प्रसिद्ध लाव पंचायत से जेल में बंद रहते दुबारा चुनाव जीतकर मुखिया की कुर्सी बरकार रखने वाले आशुतोष कुमार मिश्र ने बुधवार को पद और गोपनीयता की शपथ ली। न्यायालय के आदेश पर पेरोल पर सेंट्रल जेल गया से पुलिस कस्टडी में टिकारी पहुंचे मुखिया आशुतोष कुमार मिश्र कागजी प्रक्रिया पूरा होने के बाद प्रखंड सभागार में आयोजित शपथग्रहण कार्यक्रम में हिस्सा लिया। जंहा निर्वाची पदाधिकारी सह बीडीओ वेद प्रकाश ने मुखिया को सर्वप्रथम निर्वाचन प्रमाण पत्र सौंपा और उसके बाद सरपंच, वार्ड सदस्य व पंच को पद और गोपनीयता के साथ नशामुक्ति की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण करने के बाद हाथों में हथकडी और पुलिस कस्टडी में मुखिया ने दूर से ही अपने समर्थकों का हाँथ जोड़कर अभिवादन स्वीकार करते हुए सबों के प्रति आभार प्रकट किया। इसके बाद पुलिस कस्टडी में सुरक्षित वाहन में बंद होकर पुनः जेल के लिए प्रस्थान कर गए। मालूम हो कि मारपीट के आरोप में न्यायालय के समक्ष आत्मसमर्पण के बाद पेरोल पर जेल से आकर उन्होंने मुखिया पद के लिए नामांकन किया था। जिसके बाद सम्पन्न चुनाव में मतदाताओं ने मिश्र के पक्ष में बम्फर बोटिंग कर जेल में रहते हुए जीत दिलाई थी।
बुलेट बाबा की एक झलक पाने को बेताब दिखे समर्थक

शपथ लेने आने की सूचना पर उनकी एक झलक पाने और जेल में रहकर ऐतिहासिक जीत दर्ज करने के लिए बधाई देने वालों का ब्लॉक परिसर में हुजूम उमड़ा था। शपथग्रहण के बाद कक्ष से जैसे ही बाहर प्रांगण में आये उन्हें देखने के लिए लोग बेताव हो उठे। लेकिन पुलिस के सख्ती के कारण गेट के बाहर से ही लोग मुखिया से दीदार करने को मजबूर थे। समर्थकों के उत्साह, स्नेह और प्यार भरी जुनून से बुलेट बाबा अभिभूत हो गए।
ग्रामीणों ने स्वयं संभाला था चुनाव प्रचार का कमान
मुखिया मिश्र के जेल में बंद रहने के स्थिति में उनके समर्थक और पंचायत क्षेत्र के न्याय पसंद ग्रामीण स्वयं और स्वतः चुनाव प्रचार का कमान अपने हाँथो में उठाते हुए गांव गांव में घूमकर बुलेट बाबा के समर्थन में लोगों से मत देने की अपील की थी।