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उपलब्धि: गया के एमबीबीएस के छात्र श्रेयांश आयरलैंड में अपने रिसर्च पेपर को करेंगे प्रस्तुत

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डाइबिटीज के मरीज भी कर सकते हैं रक्तदान विषय पर कर रहे शोध

गया के रहने वाले श्रेयांश आयरलैंड के डब्लिन स्थित रॉयल कॉलेज ऑफ सर्जन्स में अपने रिसर्च पेपर को प्रस्तुत करेंगे। आयरलैंड में आयोजित हो रहे “इंटनेशनल कॉन्फ्रेंस फॉर हेल्थ केयर एंड मेडिकल स्टुडेंट्स 2023” में पूरी दुनिया के अंडर ग्रेजुएट और ग्रेजुएट प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। जो हेल्थ केयर फील्ड से जुड़े हुए हैं। आईसीएचएएमएस 2023 एक ऐसा प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय मंच है जहाँ पर हेल्थ प्रोफेशनल्स अपने रिसर्च पेपर का प्रेजेन्टेशन देते हैं। साथ ही विभिन्न वर्कशॉप के माध्यम से चिकित्सा की दुनिया में होने वाले नये प्रयोगों में हिस्सा लेते हैं। गया शहर के मगध कॉलोनी के रहने वाले श्रेयांश अभी कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज में एम.बी.बी.एस तृतीय वर्ष के छात्र हैं। जो पिछले वर्ष भी उन्होंने इंडो-जर्मन कन्वेंशन ऑफ नाडु एलुमीनी 2022 में अपने रिसर्च पेपर को प्रस्तुत किया था। उनके रिसर्च का विषय है “क्या शुगर की बीमारी से पीड़ित लोग भी रक्त दान कर सकते हैं ? फरवरी 9 से 11 फरवरी तक आयरलैंड में आयोजित होने वाले कान्फ्रेंस में शिरकत करने के लिये उन्हें अपने मेडिकल कॉलेज द्वारा नामित किया गया है। साथ ही इसका खर्च भी युनिवर्सिटी के द्वारा ही वहन किया जायेगा।

MBBS तृतीय वर्ष में ही रिसर्च पेपर का प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय मंच पर प्रस्तुत करने का मौका मिलना बहुत बड़ी बात है। श्रेयांश कहते हैं कि ये बात हमेशा से सच्चाई रही है कि दुनिया खून की कमी से जूझती रही है, जितनी आवश्यकता अस्पतालों में खून की है, उपलब्धता उतनी नहीं है। शुगर(डाइबिटीज) की बीमारी से भी पीड़ित लोग रक्तदान करना चाहते हैं, लेकिन दुनिया के विभिन्न देशों के गाइडलाइन्स अलग-अलग है। तृतीय वर्ष एम. बी.बी.एस के छात्र श्रेयांश ने कहा कि वे अपने रिसर्च पेपर के माध्यम से इस खोज को आगे बढ़ाने का काम किया है कि जिन लोगों का शुगर लेबल नियंत्रित है वो रक्तदान कर सकते हैं। साथ ही साथ दुनिया के बड़े शोध संस्थान इस क्षेत्र में और ज्यादा बड़ा काम करके खून की कमी को पूरा करने में सहयोग कर सकते हैं। बता दें कि श्रेयांश के पिता पंकज कुमार हैं। जिनका पारिवारिक पृष्ठभूमि भी मेडिकल साइंस के क्षेत्र से संबंध रखता है। इनके पिता डा० लाल पैथ लैब, गया के संचालक हैं। गौतम बुद्धा पारा मेडिकल कॉलेज। माता रश्मि कुमारी गृहिणी एवं समाजसेवी हैं। श्रेयांश की प्रारंभिक शिक्षा गया के क्रेन मेमोरियल स्कूल से ही हुई है।

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