
डुमरिया थाना क्षेत्र में इन दिनों शराब का धंधा फल फूल रहा है। मठहा के जंगलों में शराब की दर्जनों दुकानों का संचालन हो रहा है। मठहा के जंगल मे दर्जनों महुआ शराब की भट्ठियां है। ग्रामीण जानवर चराने ले जाए करते थे। इसी बीच महुआ शराब के बाद फेका महुआ खाने से चार भैसो की मौत हो गई है। जिसको लेकर डुमरिया थानां में आवेदन दिया गया है। पीड़ित लक्ष्मन यादव ने बताया कि लाखों रुपए का कीमती और दुधारू भैंसो की मौत होने से पूरा परिवार मर्माहत है।आर्थिक क्षति होने से हमलोग के पास आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है। गया जिले के डुमरिया,मैगरा,छकरबनधा थाना मे इन दिनों शराब का धंधा जोर पकड़ चुका है।

नक्सल प्रभावित क्षेत्र व लाल इलाका से जानेवाला डुमरिया प्रखंड में आज भी शराब बंदी का कोई असर नहीं दिखाई देता है, क्योकी जिस क्षेत्र में महुआ शराब की भट्ठियां संचालन होता है वहां नक्सलियों के गढ़ के रूप में चर्चित जंगल है ।जंगल क्षेत्रो में घना जंगल के चलते अक्सर पुलिस जंगली इलाका में पुलिस नही पहुंच पाती है। नक्सलियों के गढ़ को लेकर महुआ शराब के संचालक को डर नहीं लगता है। इसी के फायदा उठाकर दर्जनों शराब की भट्ठियां संचालित है। इसी बीच डुमरिया थानां क्षेत्र के कोल्हुवार पंचायत के मठहा जंगल मे महुआ शराब के फेका हुआ महुआ को खाने से चार भैसो की मौत हो गई है। मठहा गांव के लक्ष्मण यादव ने बताया की चार भैसो की मौत से लाखों रुपया का नुकसान हुआ है।
रिपोर्ट – दिवाकर मिश्रा ,डुमरिया