ब्राह्मण एकता मंच ने डोभी में पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी का फूंका पुतला, की नारेबाजी
वरीय संवाददाता देवब्रत मंडल


पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी द्वारा ब्राह्मण समाज के बारे में दिए गए बयान एक तरफ जहां मानो सियासी संकट खड़ा कर दिया है। वहीं, ब्राह्मण समाज के लोगों में इस बात को लेकर बेहद ही नाराजगी है। एक तरफ जहां गया शहर के विष्णुपद मंदिर के समीप इसको लेकर पूर्व मुख्यमंत्री श्री मांझी का पुतला दहन किया गया। वहीं, सोमवार को ब्राह्मण एकता मंच के लोगों ने गया जिले के डोभी प्रखंड के चतरा मोड़ पर पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी द्वारा दिए गए अमर्यादित बयान के खिलाफ़ उनका पुतला फूंका गया। इस मंच के सदस्यों ने पूर्व मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी की। सभी हाथों में बैनर और तख्तियां लेकर नारेबाजी करते हुए डोभी मोड़ पहुंचे। जहां से लौटकर पुनः सभी लोग चतरा मोड़ पर आकर पुतला दहन किया। इस मौके पर उपस्थित मंच के लोगों ने कहा कि जीतनराम मांझी ने ब्राह्मणों के खिलाफ गलत और अमर्यादित शब्द का इस्तेमाल किया है। भगवान श्रीराम को गाली दी। हिन्दू धर्म के बारे में भी अपमानजनक भाषा का प्रयोग कर हिंदुओं को भी अपमानित करने का कार्य किया है।

मंच के लोगों ने मांग की है कि पूर्व मुख्यमंत्री और इसके पुत्र को सरकार से बेदखल किया जाए। लोगों ने कहा कि ब्राह्मणों ने देश की आजादी में सबसे ज्यादा सहयोग किया। चंद्रशेखर आजाद, सुखदेव , राजगुरु जैसे देशभक्त लोग भी ब्राह्मण थे। भगवान परशुराम के वंसज को जिसने भी अपशब्द बोलने की हिम्मत की है, उसका हर जगह पराजय निश्चित होता है। इसने सनातन धर्म पर कुठाराघात करने का कार्य किया गया है जो किसी भी स्थिति में ब्राह्मण समाज बर्दास्त नही करेगा। इस कार्यक्रम का नेतृत्व कुमार नीरज ने किया। इस कार्यक्रम में नागेंद्र मिश्र, प्रेमचंद तिवारी, जयकुमार पाठक, प्रेमचंद मिश्र, आनंद उपाध्याय, बैंजू पाठक, गुडु तिवारी, अमित दुबे, मंटू दुबे, राजन, अनूप, श्रीकांत चौबे, अविनाश , अजय मिश्र, संजीव मिश्र, हृदय, अनूप समेत सैकडों की संख्या में समाज के लोग शामिल हुए।