
दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) के भौतिकी विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. रोहित रंजन शाही को इंडियन एकेडमी ऑफ साइंस नई दिल्ली (आईएनएसए) द्वारा इंडियन नेशनल यंग एकेडमी ऑफ साइंसेज (आईएनवाईएएस) की पांच-साल की सदस्यता के लिए चुना गया है। डॉ० शाही ने बताया कि सम्भवतः वे बिहार में आईएनवाईएएस की सदस्यता प्राप्त करने वाले राज्य से पहले प्राध्यापक हैं। उन्होंने बताया कि आईएनवाईएएस, भारत में युवा वैज्ञानिकों की अकादमी है। जिसकी स्थापना वर्ष 2014 में विज्ञान शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए की गई थी। इसके साथ – साथ आईएनवाईएएस युवा वैज्ञानिकों के बीच नेटवर्किंग को प्रोत्साहित करने, देश में विज्ञान क्षमता को बढ़ावा देने और अन्य विदेशी युवा अकादमियों के साथ सहयोग स्थापित करने के उद्देश्य से स्थापित की गई है। डॉ० शाही की इस उपलब्धि पर सीयूएसबी के कुलपति प्रोफेसर कामेश्वर नाथ सिंह, कुलसचिव कर्नल राजीव कुमार सिंह एवं भौतिकी विभाग के अध्यक्ष एवं प्राध्यापकों ने बधाई है।
डीन स्कूल ऑफ फिजिकल एंड केमिकल साइंसेज और भौतिकी विभाग के प्रमुख प्रो वेंकटेश सिंह ने कहा कि इस तरह की भागीदारी व्यक्तिगत वैज्ञानिकों की गतिविधियों और क्षमता को बढ़ाती है और विश्वविद्यालय के प्राध्यापकों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है। आईएनवाईएएस के तहत बिहार के विभिन्न राज्य के विभिन्न भागों में डॉ० शाही द्वारा आउटरीच गतिविधियों का क्रियान्यवन किया जाएगा जिससे विवि से सटे गांवों को भी लाभ पहुंचेगा।
सीयूएसबी के सहायक प्राध्यापक के रूप में कार्यरत डॉ० शाही ने हाइड्रोजन भंडारण सामग्री पर बड़े पैमाने पर काम किया है। डॉ० शाही को इस प्रतिष्ठित अकादमी के लिए उनके उल्लेखनीय योगदान, एक सफल वैज्ञानिक के रूप में उत्कृष्ट ट्रैक रिकॉर्ड और समाज के लाभ के लिए विज्ञान को लागू करने की प्रतिबद्धता के लिए मनोनीत किया गया है।
इससे पूर्व डॉ० शाही को 2013 में प्रतिष्ठित इंस्पायर फैकल्टी अवार्ड, 2014 में इंडियन एसोसिएशन ऑफ साइंस कांग्रेस से सामग्री विज्ञान में यंग साइंटिस्ट अवार्ड, इंडियन एसोसिएशन हाइड्रोजन एनर्जी से यंग साइंटिस्ट अवार्ड और 2017 में केरल के उन्नत सामग्री विश्वविद्यालय से सम्मानित हो चुके है। उन्होंने फोकस एरिया साइंस टेक्नोलॉजी समर फेलोशिप स्कीम-2020 के तहत इंडियन एकेडमी ऑफ साइंस बैंगलोर से फेलोशिप प्राप्त किया है। डॉ० शाही ने अपनी उपलब्धि का श्रेय अपने पीएचडी पर्यवेक्षक स्वर्गीय पद्मश्री प्रो. ओ.एन. श्रीवास्तव (बीएचयू) और उनके पीएचडी छात्र डॉ. राजेश मिश्रा, अमित कुमार गुप्ता और सुश्री प्रियंका कुमारी को दिया है ।
रिपोर्ट – आलोक रंजन ,टिकारी अनुमंडल संवाददाता