
रिपोर्ट – महताब अंसारी ,कोंच संवाददाता
कोंच: सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में जीवन रक्षक दवा जलाये जाने के मामले में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी मनीष कुमार को हटाये जाने के बाद अनुमंडलीय अस्पताल टिकारी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अशोक कुमार सिंह को सिविल सर्जन द्वारा प्रभार दिया गया है। मालूम हो कि विगत माह पूर्व एक जर्जर भवन में जीवन रक्षक दवा जलाये जाने का मामला प्रकाश में आया था। तब से पदाधिकारियों व कर्मियों में हड़कंप मच गया है। जिलाधिकारी गया के आदेश पर सिविल सर्जन द्वारा टीम गठन कर जांच कराया गया था लेकिन जांच में जर्जर भवन के ताला नहीं खुलने से जांच पूरा नहीं हो सका था। सिविल सर्जन स्वयं जांच करने पहूंचे लेकिन स्वास्थ्य केन्द्र के स्थिति को देखकर हतप्रभ रहे।जांचोपरांत सिविल सर्जन ने चिकित्सा पदाधिकारी से स्पष्टीकरण की मांग किया गया था। जिसके उपरांत सिविल सर्जन रंजन कुमार सिंह ने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी मनीष कुमार सिंह के खिलाफ सचिवालय पटना को लिखा गया है और ट्रांसफर करने की बात कही गई थी। लेकिन आज तक सचिवालय से ट्रांसफर के पत्र नहीं आया। जिसका नतीजा है कि अंत में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी मनीष कुमार सिंह के गलत रवैया के कारण प्रभार से मुक्त करते हुए अनुमंडलीय अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अशोक कुमार सिंह को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कोंच का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।
उक्त संबंध में सिविल सर्जन रंजन कुमार सिंह ने कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कोंच के स्थिति प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी मनीष कुमार सिंह के कारण स्थिति खराब होते जा रही थी। श्री सिंह के द्वारा बगैर ड्यूटी करने वाले कर्मियों को वेतन दे दिया जा रहा था। वही फार्मासिस्ट के नहीं आने के कारण भंडार के इंभेन्ट्री को लेकर तीन सदस्यीय जांच दल का गठन किया गया है। सिविल सर्जन ने कहा कि फार्मासिस्ट के निलंबित को लेकर सचिवालय को लिखा गया है। तबतक दवा का वितरण इनके द्वारा किया जायेगा। यदि दवा एक्सपायरी करता है तो सारा जवावदेही फार्मासिस्ट की होगी।