वरीय संवाददाता देवब्रत मंडल

सोमवार गया जंक्शन पर आई किउल-गया पैसेंजर ट्रेन से एक व्यक्ति का शव गया रेल थाने की पुलिस ने बरामद किया है। मृतक नवादा जिले के मंझवे गांव का रहनेवाला बताया गया है। गया रेल थाना की पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम करवाकर मृतक के परिजनों को सौंप दिया है। मिली जानकारी के अनुसार गया जंक्शन के स्टेशन मैनेजर द्वारा प्राप्त मेमो एवम एससीएनएल डीडीयू द्वारा प्राप्त सूचना के आधार पर गाड़ी संख्या 03627 के गया रेलवे स्टेशन पीएफ नं 01 A पर समय 10:47 बजे पहुंचने पर आरपीएफ उप निरीक्षक मोनिका सिंह साथ स्टाफ एवम जीआरपी गया के एसआई सुमन कुमार साथ स्टाफ ट्रेन के पास पहुंचे तो देखा कि गार्ड बॉगी से सटे एसएलआर में एक व्यक्ति नीचे गिरा हुआ है। मौके पर रेलवे अनुमंडल अस्पताल, गया के चिकित्सक डॉ. विकास कुमार पहुंचे। जिन्होंनेव्यक्ति के मृत होने की पुष्टि की। बॉडी को सर्च करने पर उसके सिर पर दो कट मार्क पीछे से तथा उसके नाक से लगातार खून निकलने का चिन्ह पाया गया।
जबकि शेष बदन के हिस्से पर कोई भी जख्म नहीं पाया गया। जिसके पास से एक की-पैड मोबाइल नोकिया कंपनी का काले रंग का तथा ₹ 5500 लगभग बरामद हुआ। साथ ही डेड बॉडी के पास से ही एक प्लास्टिक के बोरे में भरे आलू थे, जो बरामद हुआ। व्यक्ति के पास से कोई भी आईडी बरामद नहीं हो पाया। जिससे कि उसकी वास्तविक पहचान हो सके। न ही उसके बॉडी पर किसी तरह का कोई मार्का (टैटू)पाया गया। पुलिस के अनुसार उक्त घटना के संबंध में ट्रेन के ऑन ड्यूटी गार्ड उपेंद्र कुमार जो क्यूल से गया तक काम करते हुए आए थे, उनका HQ गया है से पूछने पर उन्होंने बताया कि वह उक्त गाड़ी में क्यूल से गया के लिए तैनात हुए हैं। लेकिन उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।
हालांकि उन्होंने बताया कि उन्हें इस संबंध में सूचना डिप्टी एसएस तिलैया से प्राप्त हुआ था। जिसके बाद उन्होंने वजीरगंज में इस बाबत मेमो दिया था, परंतु करवाई नहीं हो पाई थी। इसके जीआरपी गया द्वारा डेड बॉडी को अग्रिम कार्रवाई हेतु ले जाया गया। इधर, आधिकारिक तौर पर मिली जानकारी के अनुसार मृतक नवादा जिले के मंझवे गांव का रहनेवाला शैलेश सिंह, पिता बालेंद्र सिंह है। रेल पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव को उनके परिजनों के हवाले कर दिया है। मृत्यु का कारण अबतक अस्पष्ट बताया गया है।