
राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) – 2020 को अपने पाठ्यक्रम में अपनाने की दिशा में एक पहल करते हुए दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) ने शुक्रवार को वास्तु बिहार बायोटेक प्राइवेट लिमिटेड के साथ एक समझौता पर हस्ताक्षर किया। इंटर इंस्टीट्यूशनल – उद्योग सहकारिता के अंतर्गत संबोधि स्ट्रीट बोधगया में सीयूएसबी के कुलपति प्रो० कामेश्वर नाथ सिंह और मुख्य प्रबंध निदेशक विनय कुमार तिवारी ने साझेदारी के दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर किए गए। सीयूएसबी की परीक्षा नियंत्रक रश्मि त्रिपाठी ने रजिस्ट्रार (प्रभारी) के रूप में विश्वविद्यालय और वीवी बायोटेक प्राइवेट लिमिटेड के साथ हुए सहयोग दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए। एमओयू हस्ताक्षर समारोह में मंच पर सीयूएसबी बायोटेक विभाग के पूर्व-अध्यक्ष, प्रो. रिजवानुल हक भी उपस्थित थे।
कुलपति ने कहा कि आज विश्वविद्यालय के इतिहास में महत्वपूर्ण दिन है। क्योंकि हमने एनईपी-2020 के प्रावधानों को संभव बनाने की दिशा में एक कदम आगे बढ़ाया है। यह अपनी तरह की पहली साझेदारी है जिसमें सीयूएसबी गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान और नवाचार करने जा रहा है। मुझे उम्मीद है कि वीवी बायोटेक प्राइवेट लिमिटेड के साथ हाथ मिलकर हम इस क्षेत्र में उल्लेखनीय और उपयोगी आविष्कार करने में सक्षम होंगे जो समाज और राष्ट्र के लिए फायदेमंद होगा।
इस अवसर पर सीएमडी तिवारी ने वास्तु विहार बायोटेक प्राइवेट लिमिटेड के क्रियाकलापों को प्रस्तुत करते हुए विभिन्न रोगों के लिए दवा डिजाइनिंग सहित जैव प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने बायोटेक्नोलॉजी, टॉक्सिकोलॉजी और अन्य संबंधित क्षेत्रों में गुणवत्ता अनुसंधान करने के लिए सीयूएसबी के साथ हाथ मिलाने पर प्रसन्नता जताई।
इस अवसर पर बायोटेक विभाग के प्रमुख प्रो. दुर्ग विजय सिंह, प्रो० रिज़वानुल हक़, डॉ. राकेश कुमार, डॉ. जावेद अहसन, डॉ. कृष्ण प्रकाश, आईक्यूएसी के अध्यक्ष प्रो. वेंकटेश सिंह, प्रॉक्टर प्रो. उमेश कुमार सिंह सहित विश्वविद्यालय के प्रमुख, संकाय सदस्य, अधिकारीगण, शोधार्थी और छात्र उपस्थित थे। वास्तु विहार बायोटेक प्राइवेट लिमिटेड में कार्यरत अधिकारी एवं शोधार्थी भी समझौता ज्ञापन हस्ताक्षर समारोह में उपस्थित थे। .
कार्यक्रम के तकनीकी सत्र में डॉ. दुर्ग विजय सिंह ने बायोटेक और सार्थक तिवारी ने ‘जीनोटाइपर’ विषय पर प्रस्तुति दी। टॉक्सिकोलॉजिकल स्टडीज पर डॉ विवेक द्विवेदी ने प्रेजेंटेशन दिया। अभय पंडित द्वारा बायोपॉलिमर और बायोपॉलीमेरिक प्रोडक्ट्स फ्रॉम रिन्यूएबल, सुश्री एकता सिंह (पीएचडी स्कॉलर) द्वारा इन्वेस्टीगेशन ऑफ रोल ऑफ आईआरएफआई 1 & आईआरएफआई 2 इन कैंसर एंड कोविड इन्फेक्शन, डॉ० परमेंद्र कुमार ने ज़ीनोटाइपिंग एंड फार्माकोजेनोमिक्स, प्रीतम दत्ता ने माइक्रोफ्लुइडिक्स लैब-ऑन-चिप, सुश्री अर्चना ने कैंसर के मॉड्यूलेशन, सुश्री सुषमा सिंह ने ड्रोसोफिला एज ए न्यूरोटॉक्सिसिटी मॉडल एंड प्रीतम बिस्वास ने एनहांसमेंट ऑफ सेकेंडरी मेटाबॉलिट्स पर प्रस्तुति दी।
रिपोर्ट – आलोक रंजन , अनुमंडल संवाददाता टिकारी