वरीय संवाददाता देवब्रत मंडल

गया: बिहार एवं झारखंड NCC डायरेक्टरेट के पहल पर 1971 के स्वर्णिम विजय वर्ष एवं आज़ादी का अमृत महोत्सव के उपलक्ष पर ‘स्वर्णिम विजय सायकलोंथोन विजय चक्र ‘ नामक साईकल यात्रा का आयोजन किया गया जिसे 22 नवम्बर को पटना से ए डी जी बिहार झारखंड मेजर जर्नल एम इंद्रा बालन ने झंडी दिखा कर शुभारंभ की। इस यात्रा के दौरान टीम उड़ान पूरे बिहार के दौरे पर निकली है जिसमे इस टीम ने लगभग 1600 किमी की यात्रा तय करने का संकल्प लिया है वो उड़ान टीम 500 कि मी की यात्रा तय कर शनिवार को सी यू एस बी पहुंची जिसका केंद्रीय विश्वविद्यालय और 27 बिहार बन गया ग्रुप ने विश्वविद्यालय में भव्य स्वागत किया गया। इस मौके पर नमस्ते सायकलोंथोन नामक कार्यक्रम में 27 बिहार बटालियन के कमांडिंग अफसर कर्नल एम के चौहान, डिप्टी कमांडर गया ग्रुप NCC हेड क्वार्टर के कर्नल प्रशांत त्रिपाठी एवं प्रशासनिक अधिकारी कर्नल जे एन कुमार ने सायकल दौर के प्रतिभागियों को संबोधित कर एन सी सी के मौलिक उद्देश्य देशभक्ति और राष्ट्र निर्माण में उनकी भूमिका से अवगत कराया।

इस मौके पर कर्नल एम के चौहान ने प्रतिभागियों के उस यात्रा की जानकारी देते हुए बताया कि ये साईकल सवार पटना से 54 किमी की यात्रा कर आरा पहुंचे और आरा से 80 किमी की यात्रा करके बक्सर पहुंचे वहां विश्राम के बाद लगभग 64 किमी की यात्रा कर औरंगाबाद पहुंचे और शनिवार को दिन में दो बजे 74 कि मी की यात्रा के बाद गया पहुँचे। यहाँ विश्राम कर ये उड़ान टीम सोमवार को राजगीर के लिए रवाना होगी। इस यात्रा के उद्देश्य के बारे में बताते हुए कर्नल चौहान ने कहा कि भारत हमेशा से शांति प्रिय रहा है और मानवता की रक्षा हेतु हमेशा कृतसंकल्प रहा है इस यात्रा का उद्देश्य आम जन तक सेना के शौर्य को पहुंचना साथ ही 1971 कि लड़ाई के नायकों को सम्मानित करना है।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार कर्नल राजीव कुमार सिंह ने सभी कैडेट्स का स्वागत करते हुए कैडेट्स की हौसला अफजाई के लिए अपने फौज के जीवन से जुड़े वृतांत को साझा किया। कार्यक्रम की संचालिका दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय की ए एन ओ लेफ्टिनेंट डॉ प्रज्ञा गुप्ता ने बताया कि ये कार्यक्रम 28 दिनों तक चलेगा और 19 दिसंबर को इस कार्यक्रम का समापन होगा। इस अवसर पर कैडेट्स की हौसला अफजाई के लिए उन्हें पुरस्कृत भी किया गया। इस कार्यक्रम में उड़ान टीम के प्रतिभागियों ने 1971 पर आधारित नाटक का भव्य मंचन किया औऱ विश्वविद्यालय के छात्रों को 1971 की शौर्यगाथा से अवगत कराया।कार्यक्रम का समापन विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो आतिश पराशर के धन्यवाद ज्ञापन से हुआ।इस मौके पर विश्वविद्यालय के कुलानुशासक प्रो उमेश सिंह, प्रो वेंकटेश सिंह, प्रो रेखा अग्रवाल, कमांडिंग ऑफिसर कर्नल एम.के. चौहान,एडम अधिकारी जेएन. कुमार, पी आर ओ मुदस्सिर आलम , डॉ विवेक नारायण, चिकित्सा अधिकारी, डॉ तरुण कुमार त्यागी एवं कई शिक्षक एवं छात्र मौजूद थे।
