
बुधवार को भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की गया जिला कमिटी के लोगों ने टॉवर चौक पर त्रिपुरा में अल्पसंख्यकों पर कथित हमलों के ख़िलाफ़ केंद्र सरकार का पुतला दहन किया गया। पुतला दहन के बाद नेताओं ने कहा आज पूरे देश में शासक वर्ग द्वारा प्रायोजित हिंसा का माहौल बनाकर विपक्ष की सरकारों तथा इनके कार्यकर्ताओं को फंसाया जा रहा है। केन्द्रीय सरकार अपने राज्य सरकारों और अपने गुंडों से विपक्षियों पर जानलेवा हमले कराने, विपक्ष को नेस्तनाबूत कर देने की एकमात्र मुहिम पर काम कर रही है। उसे अपने गुंडों में कोई दोष नजर नहीं आता। बल्कि विपक्ष पर हमले करना ही उसका उद्देश्य रह गया है। आगे कहा कि देश के किसानों को कुचल देने, देश के मजदूरों के जनतांत्रिक अधिकारों को छीन लेने, शिक्षा और स्वास्थ्य में कटौती कर गरीबों को वंचित करने, नौकरी को कम करने के साथ ही देश नहीं बिकने दूंगा की बात करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अबतक अर्जित जनता की पूरी सम्पत्ति को कारपोरेट के हाथों बेच दिया। फिर भी शत्रु जैसा व्यवहार विपक्ष से करती जा रही है। केन्द्र तथा त्रिपुरा सरकार के इशारे पर विगत दिनों त्रिपुरा में सीपीआई (एम) के अगरतला स्थित राज्य कार्यालय, कई जिला कार्यालय और सैकड़ों अन्य कार्यालयों को भाजपा और त्रिपुरा सरकार के लोगों द्वारा आग के हवाले कर दिया। लेकिन उन पर यूएपीए की कानूनी धाराएं नहीं लगाई जाएगी। बल्कि उनके नजरों में त्रिपुरा जल रहा है का मतलब त्रिपुरा को आग के हवाले करने वाली भाजपा सरकार और उसके लोगों के खिलाफ जनतांत्रिक अधिकारों के तहत सड़कों पर उतर कर जनतंत्र की रक्षा की मांग करने वाले माकपा कार्यकर्ताओं, युवाओं छात्रों तथा मजदूरों को चिन्हित कर उनके ऊपर यूएपीए लगाने का काम किया जा रहा है। पुतला दहन कार्यक्रम और इसके बाद हुई सभा में पारसनाथ सिंह, शमीम अहमद, कपिलदेव प्रसाद सिन्हा, सत्येंद्र कुमार, प्रो. अली इमाम , श्रीराम प्रसाद, शमशेर अंसारी आदि लोग शामिल रहे।
रिपोर्ट – वरीय संवाददाता देवब्रत मंडल