डीएम ने समीक्षा बैठक करते हुए कोविड से संबंधित महत्वपूर्ण विषयों पर किया विचार विमर्श
वरीय संवाददाता देवब्रत मंडल

जिला पदाधिकारी अभिषेक सिंह की अध्यक्षता में बुधवार को कोविड 19 संक्रमण के बचाव एवं सुरक्षा संबंधी विभिन्न कार्यों यथा कोरोना टेस्टिंग, कोरोना टीकाकरण, मगध मेडिकल एवं अस्पताल की समीक्षा, सामुदायिक रसोई की समीक्षा, अस्पतालों में बेड की उपलब्धता, ऑक्सीजन की उपलब्धता, होम आइसोलेशन में मरीजो की स्थिति की समीक्षा, डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेन्टर में बेड की उपलब्धता सहित अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर विचार विमर्श किया गया। बैठक में अधीक्षक, अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल द्वारा बताया गया कि अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल में कुल 129 मरीज भर्ती है, जिनमें 14 मरीज आईसीयू में तथा 04 मरीज वेंटिलेटर पर है। आज की तिथि में कुल 77 बेड खाली है। आज कुल 25 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया है। अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल के कुछ अन्य वार्डों में भी आज से ऑक्सीजन सप्लाई शुरू किया गया है। अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल में सीसीटीवी लगाने की समीक्षा में बताया गया कि मरीजों के परिजन के लिए पंडालनुमा बनाकर शेड लगाया गया है। वही सीसीटीवी मॉनिटर एवं टेलीविजन सेटअप बॉक्स के साथ रखा गया है ताकि उनके परिजन आसानी से अपने मरीजों को देख सके तथा टीवी चैनल को भी देख सकते हैं। परिजनों के लिए बनाए गए सेट में पर्याप्त पंखे एवं पेयजल की भी उपलब्ध करा दी गई है। उन्होंने भर्ती सभी मरीजों एवं उनके परिजनों को ससमय फूड पैकेट उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। बैठक में अधीक्षक अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल द्वारा बताया गया कि गया जिला अंतर्गत कई वरीय चिकित्सक एवं अन्य पारामेडिकल स्टाफ ड्यूटी खत्म होने के बाद मुख्यालय छोड़ते हुए दूसरे जिलों में अपने घर चले जा रहे हैं। जिला पदाधिकारी ने नगर पुलिस अधीक्षक को स्पष्ट निर्देश दिया कि गया जिला के बॉर्डर पर ही ऐसे डॉक्टर एवं अन्य स्टाफ की जांच अभियान चलाएं तथा बिना ई-पास के ज़िला से बाहर जाने की अनुमति नही दी जाए तथा सभी चिकित्सकों एवं स्टाफ को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि किसी भी परिस्थिति में मुख्यालय छोड़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी। जांच के क्रम में यदि अनुपस्थित पाए जाएंगे, तो उनके विरूद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। कांटेक्ट ट्रेसिंग कोषांग की समीक्षा में जिला पदाधिकारी ने निर्देश दिया कि हाई रिस्क वाले व्यक्तियों का कांटेक्ट ट्रेसिंग ससमय पूर्ण कराएं। उन्होंने सभी अंचल अधिकारी को निर्देश दिया की अपने-अपने क्षेत्रों में हाई रिस्क कांटेक्ट ट्रेसिंग का प्रतिवेदन समय पर उपलब्ध कराएं ताकि अतिशीघ्र सैंपल सेलेक्शन किया जा सके। जिला पदाधिकारी ने सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि ग्रामीण क्षेत्रों में युद्ध स्तर पर कोरोना का सैंपल जांच करवाएं। उन्होंने कहा कि अभी के दौर में ग्रामीण क्षेत्रों में 80% तथा शहरी क्षेत्रों में 20% कोरोना का सैंपल जांच कराना सुनिश्चित करें। होम आइसोलेशन के समीक्षा में बताया गया कि 1,912 लोगों के विरुद्ध 1,006 लोगों को मेडिकल किट उपलब्ध करा दिया गया है। आज 81 मरीजों को मेडिकल किट उपलब्ध कराया गया है। होम आइसोलेशन के वरीय पदाधिकारी द्वारा यह भी बताया गया कि मेडिकल किट पहुंचाने पर कुछ मरीज मेडिकल किट लेने से इनकार करते हैं, वैसे मरीजों से स्वघोषणा पत्र लिया जा रहा है। बैठक में प्रभारी पदाधिकारी, आपदा शाखा ने बताया कि सामुदायिक रसोई ज़िले में 27 स्थानों पर चलाई जा रही है, जिसमें आज 3,210 लोगों ने दिन का भोजन एवं 2,461 लोगों ने रात्रि भोजन किया है। आज कुल 5,671 लोगों ने भोजन किया। आज 243 भोजन का पैकेट ज़िले के अस्पतालों, रैन बसेरा में लोगों को उपलब्ध कराया गया है।
जिला पदाधिकारी ने कोविड सैंपल जांच करने वाली आरटीपीसीआर की सभी मशीनें एवं ट्रूनेट की सभी मशीनों को लगातार सैनिटाइज करवाते रहने का निर्देश दिया। जिला पदाधिकारी ने गया जिलावासियों से अपील किया है कि 45 वर्ष से ऊपर उम्र वाले व्यक्तियों जो कोविड से बचाव का प्रथम खुराक ले चुके हैं, प्रथम खुराक लेने के उपरांत द्वितीय खुराक के लिए निर्धारित तिथि को अपने निकटतम स्वास्थ केंद्र में जाकर टीका अनिवार्य रुप से ले ले। द्वितीय टीका के लिए कोई रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता नहीं है। साथ ही वैसे व्यक्ति जो 45 वर्ष के ऊपर आयु वर्ग के है और वह अब तक कोरोना टीका नहीं लिए हैं, वह अपने नजदीकी स्वास्थ केंद्र पर जाकर टीका लगवा ले। टीका लगवाने के लिए रजिस्ट्रेशन की कोई आवश्यकता नहीं है। गया जिले में वैक्सीन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। कोविड-19 से बचने का यही उपाय है कि गयावासियों वैक्सीन लेने में बढ़ चढ़कर हिस्सा लें। बैठक में नगर पुलिस अधीक्षक, नगर आयुक्त, गया नगर निगम, सहायक समाहर्ता, अपर समाहर्ता, सिविल सर्जन, निदेशक डीआरडीए, डीपीएम स्वास्थ्य, जिला भू अर्जन पदाधिकारी सहित अन्य वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।