तीन महीने में रेलवे चाइल्ड लाइन ने 56 मामलों को किया निष्पादित:विकास

गया जंक्शन के स्टेशन अधीक्षक कार्यालय में चाइल्ड हेल्प ग्रुप की बैठक संपन्न हुई । बोधगया की अग्रणी संस्था पीपुल फर्स्ट द्वारा संचालित रेलवे चाइल्डलाइन के समन्वयक विकाश कुमार ने गत तीन माह का प्रगति रिपोर्ट पर चर्चा करते हुए बताया कि प्लेटफॉर्म से बच्चों से सम्बंधित 56 मामलों का निष्पादन किया गया। बैठक की अध्यक्षता करते हुए स्टेशन अधीक्षक उमेश कुमार ने रेलवे चाइल्डलाइन के कार्यों की प्रंशसा करते हुए कहा कि जो भी बच्चे स्टेशन एरिया में आते हैं, उनकी सुरक्षा एवं संरक्षण हम सब की जिम्मेदारी है। इन सभी बच्चों को जिला बाल कल्याण समिति के समक्ष उपस्थापित किए जाने के बाद परिजनों को सौंपा गया। जिसमे आरपीएफ एवम जीआरपी का भरपूर सहयोग प्राप्त हुआ है।आरपीएफ इंस्पेक्टर अजय प्रकाश ने सुझाव दिया की स्टेक होल्डर के साथ प्रचार प्रसार के उद्देश्य से एक कार्यशाला का आयोजन किया जाय। जिससे लोगों को ज्यादा जानकारी प्राप्त हो सके और जागरूकता फैले। उन्होंने कहा सभी बच्चों के सहयोग में अपनी भूमिका स्वेच्छा से निभाएं। वहीं रेल थानाध्यक्ष संतोष कुमार ने कहा की हेल्प डेक में सुरक्षा के दृष्टिकोण से सीसीटीवी कैमरा लगाये जाने की आवश्यकता है।इस विषय पर चाइल्डलाइन निदेशक दीपक कुमार ने कहा कि अगले माह में स्टेशन के सभी स्टेक होल्डर के लिए एक कार्यशाला सह ट्रेनिंग का आयोजन कराया जायेगा और हेल्प डेस्क में सीसीटीवी कैमरा भी लगवा दिया जायेगा। बैठक में रेल पुलिस इंस्पेक्टर गोपाल मंडल, रेल थानाध्यक्ष संतोष कुमार, वाणिज्य पर्यवेक्षक लोकेश कुमार ,सीआईटी कार्यालय से गौतम कुमार, जिला बाल संरक्षण इकाई से सामाजिक कार्यकर्ता संजीव कुमार ,रेलवे चाइल्डलाइन परामर्शी मनोज कुमार, प्रतिभा पांडेय व अन्य उपस्थित थे।