वरीय संवाददाता देवब्रत मंडल


बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने अपने पद से बुधवार को इस्तीफा दे दिया। इस्तीफा देने के वक्त सदन में अपनी बात रखते हुए उन्होंने कहा कि वे बहुमत का सम्मान करते हैं। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष पद से इस्तीफा देते हुए सदन के सदस्यों से अनुरोध भी किया कि बिहार लोकतंत्र की जननी है, इसकी मर्यादा को अक्षुण्ण बनाए रखने की जिम्मेदारी सभी सदस्यों की है। उन्होंने अपने संक्षिप्त अभिभाषण में 20 महीने तक इस पद रहने की चर्चा करते हुए कहा कि सभी माननीय सदस्यों का आदर किया है। बता दें कि बिहार विधानसभा में बुधवार को महागठबंधन की सरकार को अपना बहुमत साबित करना है। श्री सिन्हा एनडीए की सरकार में विधानसभा अध्यक्ष चुने गए थे। अब जबकि सरकार बदल गई है और सदन की कार्यवाही को संचालित करने के लिए अब नए अध्यक्ष का चुनाव भी होना है। महागठबंधन की सरकार के माननीय सदस्य इस पद पर किसे आसीन करना चाहते हैं ये तो सदन में बहुमत साबित हो जाने के बाद ही सामने आएगा। फिलहाल, सदन में दो घँटे की बहस का शेड्यूल निर्धारित किया गया है। सत्तारूढ़ दल के नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की पार्टी राजद सहित अन्य सदस्य जो महागठबंधन की सरकार को अपना समर्थन दिया है। 164 विधायकों के समर्थन के साथ पिछली एनडीए सरकार अल्पमत में आ गई थी। जिनमें भाजपा के 77 विधायक थे। वे सभी सदस्य आज सदन में विपक्ष की भूमिका निभा रहे थे।