
दिवाकर मिश्रा ,डुमरिया
खनन विभाग द्वारा प्रखंड क्षेत्र के मोरहर नदी से बालू का टेंडर किए जाने के विरोध में स्थानीय लोगों द्वारा बंद का आवाहन किया गया था। बंदी के आवाहन पर बुधवार को स्थानीय बांके बाजार बंद रहा। हालांकि बड़ी एवं छोटी यात्री वाहनों का परिचालन सुचारू रूप से होता रहा। एक तरफ ग्रामीण बालू टेंडर को रद्द करवाने को लेकर हर प्रकार के हथकंडे अपना रहे हैं। परंतु प्रशासन द्वारा अब तक कोई ठोस कदम किसी के पक्ष में नहीं उठाई गई है। सरकार द्वारा उच्च न्यायालय के आदेश पर बालू उठाव का टेंडर निकालकर बालू उठाव की अनुमति प्रदान की गई है।हालांकि सरकारी कार्यालय बैंक, विद्यालय, प्रखंड कार्यालय, पेट्रोल पंप सभी प्रतिदिन के भाती खुला रहा। ज्ञात हो कि स्थानीय लोगों द्वारा बालू उठाव के विरोध में पिछले एक महीना से संघर्ष किया जा रहा है । इस संबंध में जिला पदाधिकारी डॉ त्यागराजन एसएम, स्थानीय सांसद सुशील सिंह, स्थानीय विधायक जीतन राम मांझी, खनन विभाग ,अनुमंडल पदाधिकारी अनिल कुमार रमन, को भी लिखित ज्ञापन दिया गया है। फिर भी प्रशासन द्वारा किसी प्रकार की कोई कार्रवाई सुनिश्चित नहीं किए जाने से स्थानीय लोगों में छोभ व्याप्त है। धड़ल्ले से हो रहे बालू उठाव को लेकर बंद बुलाया गया था। स्थानीय लोगों का कहना है कि सरकार एक और पर्यावरण बचाने की बात कहती है और दूसरी ओर बालू बेचकर पर्यावरण को असंतुलित किया जा रहा है। बालू उत्खनन से इस क्षेत्र में जल जीवन पर काफी गहरा प्रभाव पड़ेगा। इधर संवेदक द्वारा भी डीएम एवं पुलिस कप्तान को ज्ञापन देकर बालू उठाने को लेकर अनुमति मांगी गई है।