
वरीय संवाददाता देवब्रत मंडल
गया के जिला पदाधिकारी डॉ त्यागराजन एसएम एवं चाइल्डलाइन के निदेशक दीपक कुमार के द्वारा ड्रॉपआउट बच्चो को पुनः विद्यालय से जोड़ने के लिए पीपुल फर्स्ट संस्था के माध्यम से चलाए जाने वाले जागरूकता वाहन को संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखाकर शुक्रवार को समाहरणालय परिसर से रवाना किया गया। जिला पदाधिकारी डॉ. त्यागराजन ने कहा की कोविड के कारण बहुत से परिवार को आर्थिक, निजी के साथ साथ शैक्षणिक क्षति हुई है। ऐसे में पीपुल फर्स्ट संस्था ने एक अच्छी पहल की है, जिससे जो बच्चे विद्यालय छोड़ चुके हैं वे फिर से विद्यालय जा सकेंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा की पीपुल फर्स्ट के सहयोग से संचालित चाइल्डलाइन के कर्मी धन्यवाद के पात्र हैं जो विभिन्न प्रखंड के विद्यालय एवं स्लम एरिया में घूम घूमकर बच्चों को भी विद्यालय जाने के लिए जागरूक करेंग वहीं संस्था के अध्यक्ष सह चाइल्ड लाइन के निदेशक दीपक कुमार ने बताया कि कोविड महामारी के इस भयावह स्थिति में बहुत सारे बच्चे विभिन्न कारणों से विद्यालय से ड्रॉपआउट हुए है, इन बच्चो को पुनः विद्यालय से जोड़ने के लिए पीपुल फर्स्ट एजुकेशनल चेरिटेबल ट्रस्ट संस्था द्वारा इसकी पहल की जा रही है। जिसमे गया जिले के विभिन्न प्रखंड में स्थित विद्यालय से संपर्क स्थापित करते हुए विद्यालय छोड़ चुके बच्चो को चिन्हित करते हुए पुनः विद्यालय से जोड़ने का प्रयास किया जायेगा। चाइल्डलाइन के समन्वयक सुश्री प्रियदर्शनी गुप्ता ने बताया कि हमारी टीम द्वारा विभिन्न प्रखंड के प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय में जाकर ड्रॉपआउट बच्चो की लिस्ट उपलब्ध करवाएगी। तदोपरांत उन बच्चो के घरों में जाकर बच्चो एवम उनके परिजनों से संपर्क स्थापित करते हुए परामर्शन देते हुए विद्यालय से जोड़ेंगे। इस दौरान उनकी मदद संस्था द्वारा अथवा जिला प्रशासन के सहयोग से करवाने का प्रयास करेगी।
प्रथम फेज में सदर, मानपुर, बोधगया, बेला प्रखंड में जागरूकता वाहन घूमते हुए स्लम एरिया के बच्चो को जागरूक किया जायेगा। इस कार्यक्रम के मौके पर जिला बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष राकेश रंजन मिश्रा, श्रम अधीक्षक आदि भी मौजूद थे।