
टिकारी: प्रखंड अंतर्गत टेपा गांव में होली के दिन स्थानीय निवासी मिथिलेश प्रसाद सिंह की 12 वर्षीय पुत्री प्रिया कुमारी की हत्या से शोकाकुल स्वजनों से रविवार को कई नेताओं और प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात कर हालात का जायजा लिया। इस क्रम में राष्ट्रीय अति पिछड़ा वर्ग महासभा के बैनर तले एक प्रतिनिधिमंडल ने पीड़ित के घर जाकर मृतिका के पिता से घटना एवं उसके कारणों और अबतक हुई पुलिसिया कार्रवाई के बारे में पूरी जानकारी ली। प्रतिनिधि मंडल में शामिल हम (से.) अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो राधेश्याम प्रसाद ने कहा कि यह घटना सामंती सोच की उपज है। होली के दौरान पिछड़े दलितों के घर जाकर गोली चलाना इसी को दर्शाता है। एक जाति विशेष के लोग अपना वर्चस्व कायम रखने के लिए इस घटना को अंजाम दिया गया जो घोर निंदनीय है। प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने नामजद आरोपितों को शीघ्र गिरफ्तार करने, पीड़ित परिवार को 50 लाख मुआवजा देने, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की है। प्रसाद ने पीड़ित के घर से ही डीएसपी को फोन कॉल कर 48 घंटा के अंदर सभी आरोपितों की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने का आग्रह करते हुए ऐसा न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। प्रतिनिधिमंडल में प्रसाद के साथ हम (से) के राष्ट्रीय संगठन सचिव प्रो कौशलेंद्र कुमार सिंह, शेरघाटी के पूर्व विधानसभा प्रत्याशी विनोद सिंह दांगी, रामवरण सिंह, अमरेंद्र कुमार दांगी, राजू कुमार वर्मा, अखिल भारतीय दांगी क्षत्रिय संघ के प्रखंड अध्यक्ष संजय कुमार दांगी आदि शामिल थे।

वंही गुरुआ के पूर्व विधायक रामचंद्र प्रसाद सिंह के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल गांव का दौरा कर पीड़ित परिवार से मिला और घटना की घोर निंदा की। पूर्व विधायक ने कहा घटना के बाद तीन दिनों के अंदर आरोपितों को गिरफ्तार करने का आश्वासन झूठा निकला जो चिंता का विषय है। आगे कहा कि स्थानीय या बाहरी राजनीतिक दवाव में पुलिस प्रशासन आगे की कार्रवाई के प्रति शिथिल हो गयी है। साथ ही बिहार सरकार और जिला प्रशासन से सभी आरोपितों की गिरफ्तारी शीघ्र सुनिश्चित करने, पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा देने, दलित एवं अतिपिछड़ों को जानमाल की सुरक्षा प्रदान करने आदि की मांग की है। ऐसा नही होने पर लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन की चेतावनी भी दी है। पूर्व विधायक के साथ अधिवक्ता विजय कुमार सिंह, सुनील कुमार, पूर्व पैक्स अध्यक्ष रामप्रवेश प्रसाद सिंह, मधु कुमार, रामप्रवेश सिंह, अर्जुन प्रसाद, राजकुमार सिंह, विंदेश्वर सिंह आदि मौजूद थे।