बुधवार की सुबह दो बंदरों ने टिकारी रोड स्थित इस मंदिर में तोड़ा दम, एक की जान खतरे में
✍️वरीय संवाददाता देवब्रत मंडल
गया शहर में बुधवार की सुबह एक ऐसी घटना हुई है जो सबको सोचने पर मजबूर कर दिया है। बुधवार की सुबह टिकारी रोड स्थित एक हनुमान मंदिर में दो बंदरों की मौत हो गई, जबकि एक की हालत गंभीर है। जिसे स्थानीय लोग भगवान हनुमान का स्वरूप मानकर इनकी जान बचाने की कोशिश में लगे हैं। यहां रहे सामाजिक कार्यकर्ता रामजी केसरी ने बताया कि बुधवार की सुबह इस हनुमान मंदिर(टेकारी रोड, मूनलाइट) के पास दो बंदर मृत देखे गए। एक तड़पता हुआ नजर आए। इसके बाद स्थानीय लोगों ने वैदिक रीति से दाह संस्कार की तैयारी शुरू कर दी। वहीं घायल बंदर के शरीर पर राख रगड़कर(बिजली का करंट लगने पर अक्सर ऐसा लोगों को करते हुए देखा व सुना भी गया है) उसे बचाने में लग गए। इस संबंध में श्री केसरी ने बताया कि इस मंदिर में पहली बार ऐसी घटना नहीं हुई है। इसके पहले भी यहां आकर कुछ बंदरों ने दम तोड़ा है।



आसपास के लोग भी ऐसा कहते सुने जाते हैं। लोगों का कहना है कि आखिर इस हनुमान मंदिर में ही बंदर आते हैं और अपने शरीर का त्याग कर देते हैं। लोग इसे ईश्वरीय कृपा मानते हैं। यहीं के रहनेवाले अजय कुमार सिन्हा बताते हैं कि 2017 में भी इसी 19 अक्टूबर की तारीख को एक बंदर इस मंदिर में आकर अपने शरीर का त्याग कर दिया था। बहरहाल, आज की घटना के पीछे जो कारण बताया गया है, वो बिजली का करंट लगना बताया जा रहा है। श्री केसरी का कहना है कि इस क्षेत्र में बंदरों के काफी संख्या में रहने की सूचना वन विभाग को दी जाती है, पर कोई संज्ञान नहीं लिया जाता है। टेकारी रोड स्थित इस मंदिर को लेकर भी लोग अब जानने को इच्छुक हैं कि आखिर कौन सी ऐसी वजह है कि इस हनुमान मंदिर में आकर ही बंदर अपना दम तोड़ रहे हैं?