
रामचरित्र फुल कुमारी उच्च विद्यालय नरौनी में रामचरित्र प्रसाद उर्फ विनोबाजी की श्रद्धांजलि सभा आयोजित किया गया। पूर्व मुखिया वीरेंद्र कुमार की अध्यक्षता में आयोजित इस सभा में उपस्थित लोगों ने विनोबाजी और महामानव तथागत बुद्ध के प्रति श्रद्धा सुमन अर्पित कर उनके पद चिन्हों पर चलने और विनोबा जी के अधूरे कार्यों को पूरा करने का संकल्प लिया । सभा को संबोधित करते हुए कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व विधायक प्रोफेसर कृष्ण नंदन यादव ने कहा कि विनोबाजी बाहर बाह्य आडंबर, विषमतावादी ब्राह्मणवादी व्यवस्था, रूढ़िवादिता के कट्टर विरोधी थे। उन्होंने उनके द्वारा स्थापित विद्यालय की चर्चा करते हुए कहा कि यह विद्यालय उनके त्याग और समर्पण की निशानी है। विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष पूर्व प्रधानाध्यापक बसंत प्रसाद ने उनके व्यक्तित्व और कृतित्व के बारे में विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने विद्यालय के विकास और विनोबाजी के अधूरे सपने को साकार करने के लिए हर संभव सहयोग करने की बात कही। श्रद्धांजलि सभा का संचालन जितेंद्र पुष्प ने किया। श्रद्धांजलि समारोह को अन्य लोगों के अलावा ट्रेड यूनियन नेता परमानंद सिंह, थाईलैंड के भंतेे चाई, कर्मचारी नेता जयनंदन शर्मा, शकील अहमद, कपिल देव प्रसाद सिन्हा, राणा रंजीत सिंह, विद्यालय की संस्थापक प्राचार्य बलिराम प्रसाद, पूर्व प्राचार्य बालेश्वर प्रसाद, सीपीएम नेता रामखेलावन दास, बामसेफ के जिला अध्यक्ष महेंद्र प्रसाद सिन्हा, जिला महासचिव अजय विद्यार्थी, पीपीआई राज्य कमेटी के सदस्य आदित्य प्रधान, अश्विनी बौद्ध, अभिमन्यु बौद्ध, डॉक्टर हरिनंदन प्रसाद, शिव दास, लखन बौद्ध इंद्रदेव रजक, विनोबा जी के नाती सतीश कुमार, भतीजा शंभू कुमार, उनकी बहन सुदामा देवी सहित काफी संख्या में लोगों ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उनके व्यक्तित्व और कृतित्व की विस्तृत चर्चा किए। सभा के दौरान सभा की शुरुआत 2 मिनट का मौन रहकर तथा उनकेे चित्र पर पुष्प अर्पित कर किया गया। श्रद्धांजलि सभा में उपस्थित लोगों ने सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया कि अगले साल उनकी पुण्यतिथि का आयोजन भव्य तरीके से किया जाए। विद्यालय परिसर में रामचरित्र प्रसाद उर्फ विनोबाजी, उनकी पत्नी फुल कुमारी तथा माउंटेन मैन दशरथ मांझी की मूर्ति स्थापित किया जाए। इसमें सभी लोगों ने सहमति व्यक्त की और अपने अपने स्तर से तन मन और धन से मदद करने की बात कही।
रिपोर्ट – वरीय संवाददाता देवब्रत मंडल