गया भाजपा के पूर्व राज्य सभा सांसद आर के सिन्हा ने कहा कि सरकार का यह निर्णय स्वागत योग्य है कि जनवरी के प्रथम सप्ताह से पहले फेज में नौवीं, दसवीं, ग्यारहवीं और बारहवीं की कक्षाएं शुरू की जायेगी। यह बच्चों के भविष्य के लिए जरूरी भी है। यह ठीक है कि कोरोना का खतरा तो बना ही हुआ है और अभी कुछ दिन बना भी रहेगा। कोरोना से सबसे बडी सीख यही है कि हमें अपनी जीवन पद्धति में सावधानी और सतर्कता को सबसे ऊपर शामिल करना पडेगा, लेकिन, “दो गज की दूरी और मास्क है जरूरी”, इस सिद्धांत को पूरी तरह पालन करते हुए हमको शिक्षण व्यवस्था को भी तो पुनः पटरी पर लाना ही होगा। हम सबों को इसमें सहयोग करना चाहिए। शिक्षकों और अभिभावकों की जिम्मेदारी ज्यादा है क्योंकि, बच्चों को ठीक संस्कार देना तो उन्हीं का प्राथमिक कार्य है।
आलोक रंजन की रिपोर्ट