बाल विवाह, बाल श्रम एवं चाइल्ड ट्रैफिकिंग को रोकने को लेकर विस्तृत रूप से हुई चर्चा

गया। शहर के एपी कॉलोनी स्थित होटल विष्णु विहार में “शादी बच्चों का खेल नहीं” विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया है। समग्र सेवा केंद्र और सेव द चिल्ड्रन के द्वारा आयोजित इस कार्यशाला में विभिन्न सरकारी विभागों के पदाधिकारी, मोहनपुर से आई चार्ली चैंपियन, बाल सुरक्षा समिति के सदस्य, पंचायती राज सदस्य एवं विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारी शामिल हुए। कार्यक्रम के दौरान समग्र सेवा केंद्र के सचिव छेदी प्रसाद एवं प्रोजेक्ट को-ऑर्डिनेटर प्रकाश तिवारी एवं सेव द चिल्ड्रन के डिस्ट्रिक्ट मैनेजर राकेश यादव ने संस्था द्वारा चलाई जा रही शादी बच्चों का खेल नहीं परियोजना के बारे में विस्तृत जानकारी दी।

सेव द चिल्ड्रन के डिस्ट्रिक्ट मैनेजर राकेश यादव ने कहा किविगत 5 वर्षों से बच्चों को बाल विवाह से बचाने और उन्हें विभिन्न कार्यक्रमों एवं प्रशिक्षण से जोड़ने का कार्य कर कर रहे है। उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम अब अंतिम चरण में है। अभी तक जुड़े 80% बच्चों को बाल विवाह से बचाया जा चुका है। वही 3 सौ को व्यवसायिक प्रशिक्षण से जोड़ा गया है। परियोजना के मुश्किल का स्मरण करते हुए कहा जब वे किशोरियों का समूह बना रहे थे तो माता-पिता बच्चों को घर से बाहर नहीं निकलने देते थे। तब उन्हें समझाने में काफी समय लगा। किशोरियों को जीवन कौशल वित्तीय शिक्षा एवं प्रशिक्षण दिए गए। उन्होंने कहा कि मुख्य रूप से बाल विवाह, चाइल्ड लेबर, चाइल्ड ट्रैफिकिंग के विरुद्ध व्यापक कार्यक्रम चलाया गया। इस दौरान सैकड़ों बच्चों एवं बच्चियों को बाल-विवाह एवं बाल श्रम से मुक्त कराया गया। उन्होंने कहा कि आज के कार्यक्रम में गया जिले के अलावा अन्य कई जगहों के संस्थाओं के सदस्य एवं सरकारी पदाधिकारी शामिल हुए हैं।
इस कार्यक्रम में सीडब्ल्यूसी से राकेश रंजन मिश्रा, जेजेबी से अमित कुमार, चाइल्ड लाइन से कमलेश जी एवं विभिन्न एनजीओ के लोग शामिल थे।
रिपोर्ट- प्रकाश कुमार लाइव मगध संवाददाता