वरीय संवाददाता देवब्रत मंडल

गया-नई दिल्ली महाबोधि एक्सप्रेस के जिस चक्के में आग लगने की वजह से धुआं उठने लगा था, उस चक्के के एक्सल का बेअरिंग फेल कर गया था। इस कारण से इस कोच को ट्रेन से अलग कर इस्माइलपुर स्टेशन के कोचिंग साइड में लगा दिया गया। इसके बाद एक कोच कम कर यहां से ट्रेन को नई दिल्ली के लिए रवाना किया गया। जिस कोच के चक्के में तकनीकी खराबी आई थी, उस कोच संख्या एस-5 के सारे यात्रियों को दूसरे कोच में जगह दी गई। इस कारण इस्माइलपुर स्टेशन पर महाबोधि एक्सप्रेस दोपहर 2:30 बजे से शाम 5:30 तक रुकी रही। इसकी वजह से इस ट्रेन के सारे यात्री परेशान रहे। गया के सहायक यांत्रिक अभियंता उदय कुमार ने बताया कि एस-5 कोच के चक्के का बेअरिंग फेल कर जाने के कारण धुआं उठने लगा था। उस कोच को मेन्टेन्स के लिए यहां से कर्मचारियों का दल गया, लेकिन कामयाबी नहीं मिली तो कोच को अलग करना पड़ा। बता दें कि गया जंक्शन से यह ट्रेन दोपहर बाद निर्धारित समय 2:00 बजे खुलकर नई दिल्ली जा रही थी। गया-डीडीयू रेलखंड के इस्माइलपुर स्टेशन के पहले इसके चक्के में आग लगने की वजह से धुआं उठने लगा था। जिसे समय रहते सेफ्टी कर्मचारियों की नजर पड़ गई थी। इसके बाद ट्रेन को एहतियातन इस्माइलपुर स्टेशन पर रोक लिया गया। हालांकि रेल हल्कों में चर्चा रही कि ट्रेन को रफीगंज स्टेशन तक किसी तरह ले जाया जाए। लेकिन सेफ्टी पॉइंट्स ऑफ व्यू से इस्माइलपुर स्टेशन पर रोक लिया गया। यदि ऐसा नहीं किया जाता तो ट्रेन की जो निर्धारित गति(130किमी/घंटा) है, उस गति से आगे बढ़ती जाती तो दुर्घटना की संभावना रहती। बहरहाल, समय रहते रेलकर्मियों ने सुचिता से काम लिया और एक संभावित दुर्घटना को टाल दिया।