मगध लाइव संवाददाता प्रकाश कुमार

गया। ऑब्जरवेशन सेंटर में वहां के बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए आईडब्ल्यूसी-गया कुछ ऐसे कार्य करता रहा है जिससे सुधार गृह के बच्चे ऑब्जर्वेशन सेंटर से बाहर आने के बाद अपनी जीविकोपार्जन या आर्थिक स्थिति बेहतर कर स्वावलंबी बन सके । आईडब्ल्यूसी गया मशरूम खेती की ट्रेनिंग दिलवा कर उन बच्चों को धन अर्जन करने में सहायता प्रदान करेगा। मशरूम में प्रचुर मात्रा में प्रोटीन फाइबर मिनरल्स और विटामिंस पाए जाते हैं, इसमें एंटी ऑक्सीडेंट होता है लो सोडियम ,फैट फ्री और कोलेस्ट्रोल फ्री होता है। खाने में बहुत ही स्वादिष्ट होता है इसे हम ज्यादातर सब्जी के रूप में इस्तेमाल करते हैं। इसलिए मशरूम का व्यवसाय आने वाले भविष्य में काफी अच्छा व्यवसाय होगा। यह ट्रेनिंग 2 दिन तक चला , ट्रेनिंग के बाद रिमांड होम में खेती भी करवाया जाएगा और बच्चों को प्रमाणपत्र देकर प्रोत्साहित किया जायेगा। वहाँ कई फूल और 2 नारियल का पेड़ भी लगाया गया।इसके बाद वहाँ के बच्चों को कैश क्रॉप , किचन गार्ड्निंग, ओर्गानिक फ़ार्मिंग , की भी ट्रेनिंग दी जाएगी , जिससे वे आत्मनिर्भर हो सकेंगे। मौक़े पर पीपी उषा राज , पी पी मीनाक्षी भदानी और अध्यक्षा शूभ्रा गुप्ता उपस्थित थीं ।