
भारत के सातवें राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह की पुण्यतिथि शुक्रवार को टिकारी में श्रद्धापूर्वक मनाई गई। राजद एवं बढ़ई विश्वकर्मा विकास मंच के संयुक्त तत्वावधान में अंदर किला के प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ पूर्व राष्ट्रपति स्व० ज्ञानी जैल सिंह के तैलीय चित्र पर माल्यार्पण, पुष्पांजलि व द्वीप प्रज्ज्वलित कर श्रद्धा सुमन अर्पण के साथ हुआ।
आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि विपरीत आर्थिक एवं सामाजिक परिवेश में जन्में ज्ञानी जैल सिंह का देश के सर्वोच्च पद पर आसीन होना अपने आप में प्रेरणादायी व अनुकरणीय है। इस अवसर पर वक्ताओं ने स्व सिंह के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर विस्तार पूर्वक प्रकाश डालते हुए उनके बताए मार्ग पर चलने और देश व समाज हित मे काम करने की अपील की। ज्ञानी जैल सिंह के संघर्षों को याद करते हुए शून्य से शिखर तक पहुंचने में आई बाधाओं और मुख्यमंत्री, कृषि मंत्री के बाद सर्वोच्च संवैधानिक पद राष्ट्रपति प्राप्त करने आदि सफलताओं के बारे में विस्तार से प्रकाश डाला। इस अवसर पर दशकों से पिछड़े समाज का शैक्षणिक, आर्थिक और सामाजिक विकास कैसे हो इसपर गहन विचार विमर्श किया गया।कार्यक्रम को युवा राजद के प्रदेश महासचिव सुभाष यादव, अलखदेव सिंह, सुरेश यादव, नरेश विश्वकर्मा, बंटी यादव, अबधेश यादव, शालिग्राम यादव, गोपाल मिस्त्री, मुन्ना शर्मा, डॉ उदय प्रकाश आर्य, रामबदन शर्मा, सुभाष चंद्र शर्मा, आनंद प्रकाश आर्य, राजेश सक्सेना, गुलाब यादव, मुन्ना शर्मा सहित कई लोग उपस्थित थे। आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता और संचालन मंच के संयोजक व राजद के प्रखण्ड अध्यक्ष बिनोद शर्मा ने की।
रिपोर्ट – आलोक रंजन ,संवाददाता लाइव मगध ,टिकारी