
लाइव मगध वरीय संवाददाता देवव्रत मंडल
बिहार विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी का आरोप है कि केंद्र की मोदी सरकार किसान विरोधी है। पंजाब और हरियाणा के किसानों के साथ केंद्र सरकार देशद्रोहियों जैसा व्यवहार कर रही है।
स्थानीय सर्किट हाउस में मंगलवार को पूर्व विधानसभा अध्यक्ष किसान बिल को लेकर नाराज में थे। उन्होंने मीडियाकर्मियों से कहा कि सरकार किसानों और मजदूरों के हित के लिए सिर्फ दिखावे की बात करती है। उन्होंने कहा केंद्र सरकार कहती हैं कि वो सब कुछ किसान के लिए कर रहे हैं। सरकार यह भी दावा करती है कि किसानों के फसलों के लागत का डेढ़ गुना ज्यादा कीमत देगी। लेकिन जब से कृषि बिल बना है। तब से किसान आंदोलन करने को मजबूर हैं। कृषि बिल के कारण किसान आत्महत्या के लिए मजबूर हैं।
उन्होंने आगे कहा कि वर्तमान समय मे किसानों से 9 से 10 रुपये किलो धान क्रय किया जा रहा है। किसान अपनी उपज को कम मूल्य पर बेचने को मजबूर है। श्री चौधरी ने नीतीश सरकार पर हमला करते हुए पूछा कि राज्य सरकार बताए कि उसने जो वादा किया था, उस वादे का क्या हुआ? राज्य सरकार 15 सालों से वादा कर रही हैं। लेकिन आज तक पूरा नही कर सकी। उन्होंने यह भी कहा बहुत सारे ऐसे किसान हैं, जिनका धान पैक्स के माध्यम से खरीदा गया, पर किसानों को उनके धान का पैसा अबतक नहीं मिला है। ऐसे में बिहार में किसान भी अब सड़कों पर उतरने को मजबूर हो रहे हैं।