आलोक रंजन
टिकारी में अनुमण्डलीय व्यवहार न्यायालय के शुरू होने की आस एक बार फिर जग गई है। मंगलवार को जिला न्यायाधीश प्रेमचंद मिश्रा एवं एडिशनल जिला न्यायाधीश वीरेंद्र मिश्रा ने स्थानीय पदाधिकारियों के साथ पीएचसी भवन में निर्माणाधीन न्यायालय कक्ष का निरीक्षण किया। न्यायाधीश द्वारा न्यायालय के लिए बनाए गये सभी कक्ष, जज हाउस, इजलास, कैदी कक्ष, रेकड़ रूम सहित बाहरी परिसर का निरीक्षण किया। मौके पर उपस्थित भवन निर्माण विभाग के कनीय अभियंता को 15 दिनों के भीतर भवन निर्माण से संबंधित सभी कार्य पूरा कर उसे हैंडओवर करने का आदेश दिया। कार्य पूर्ण होने पर पुनः निरीक्षण करने की बात कही गई।

न्यायिक सदस्यों की टीम प्रस्तावित न्यालय भवन के भूमि का भी निरीक्षण किया। इस दौरान वंहा मौजूद डीसीएलआर नलिन कुमार से जमीन संबंधी आवश्यक जानकारी ली। मुख्यालय लौटने से पूर्व अनुमंडल परिसर में बने आवसीय कक्ष का भी जायजा लिया। जिला जज के आने पर एक बार पुनः टिकारी अनुमण्डल वासियों में व्यवहार न्यायालय की स्थापना की आस जगी है। ज्ञात हो कि अनुमण्डल व्यवहार न्यायालय की स्थापना को लेकर कई बार जिला प्रशासन के साथ न्यायिक अधिकारियों की टीम टिकारी का दौरा कर चुकी है। परंतु ठोस निर्णय नही लिया जा सका है। जिसके कारण न्यायालय की स्थापना अभी तक अधर में है। निरीक्षण के दौरान डीसीएलआर के अलावे एडिशनल एससीओ संतन कुमार सिंह, कोंच सीओ रानी कुमारी सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।