
लाइव मगध संवाददाता प्रतियुष कुमार
छठ पूजा से जुड़ी कुछ मुख्य बातें
ये छठ पूजा जरुरी है
विशेष कर हिन्दू धर्म के लिए….
ये छठ जरुरी है….
हम-आप सभी के लिए जो अपनी जड़ों से कट रहे हैं
ये छठ जरूरी है….
उन बेटों के लिए जिनके घर आने का ये बहाना है

ये छठ जरुरी है…
उस माँ के लिए जिन्हें अपनी संतान को देखे महीनों
हो जाते हैं।

ये छठ जरूरी है…
उन परिवारों के लिये जो टुकड़ो में बंट गया है
ये छठ जरूरी है….
परिवार और समाज मे एकरूपता लाने के लिए
ये छठ जरुरी है…
उस नई पौध के लिए जिन्हें नहीं पता की एक कमरे
बड़ा भी घर होता है

ये छठ जरूरी है…..
उनके बच्चों के लिए भी जिन्होंने नदियों को सिर्फ
किताबों में ही देखा है।
ये छठ जरुरी है….
उस परंपरा को ज़िंदा रखने के लिए जो समानता की
वकालत करता है
ये छठ जरुरी है….
जो बताता है कि पुरोहितों के बगैर पूजा खुद से भी की
जा सकती है
ये छठ जरुरी है…..
जो सिर्फ उगते सूरज को ही नहीं डूबते सूरज को भी
प्रणाम करना सिखाता है
ये छठ जरुरी है….
गागर निम्बू शकरकंद और सुथनी जैसे फलों को जिन्दा
रखने के लिए
ये छठ जरुरी है…..
सूप और दउरा , दिया बद्दी को बनाने वालों के लिऐ…
ये बताने के लिए कि, इस समाज में उनका भी महत्व है
ये छठ जरुरी है….
उन दंभी पुरुषों के लिए जो नारी को कमज़ोर समझते हैं
ये छठ जरूरी है….
ये बताने के लिये कि कैसे सभी जातियों के लोग बिना किसी
भेदभाव के एक ही घाट पर पूजा करते हैं…
ये छठ जरुरी है , बेहद जरुरी है
पूरब के योगदान और पुरबियों के सम्मान के लिए
सांस्कृतिक विरासत और आस्था को बनाये रखने के लिए
परिवार तथा समाज में एकता एवं एकरूपता के लिए