
गया जिले के फतेहपुर प्रखण्ड अंतर्गत चरोखरी के ग्रामीणों ने इंसानियत का मिसाल पेश किया पिछले 1 माह से गांव के बाहर रह रही एक अज्ञात वृद्ध महिला की आज मौत हो जाने के बाद ग्रामीणों ने शव का विधिवत अंतिम संस्कार कर दिया।
ग्रामीणों ने बताया कि वृद्ध महिला एक महीने से चरोखरी गांव के बाहर आहार के समीप रह रही थी। ग्रामीण महिलाएं उसे खाने पीने के लिए दे दिया करती थी। ग्रामीणों ने ठंड से बचने के लिए स्वेटर तथा कुछ कपड़े की व्यवस्था कर दिया था। लेकिन इस भयकंर ठंढ से संघर्ष करते हुए आज वृद्ध महिला ने अंतिम सांस लिया।
ग्रामीणों ने बताया कि अज्ञात महिला के बारे में थाना को भी सूचना दिया था लेकिन किसी ने इस वृद्ध महिला की सुध नही ली। गांव के ही एक युवा बिनोदसेन यादव ने बताया कि अगर प्रशासन चाहती तो इस महिला के घर तक पहुचाया जा सकता था । पर किसी ने कोई सुध नही लिया।घटना की सूचना के कई कोशिशों के बाद पहुँचे फतेहपुर थाना के प्रशिक्षु दरोगा चिंटू पासवान,तथा एस आई.जितेंद्र सिंह ने शव का पंचनामा कर ग्रामीणों के आग्रह पर शव को अंतिम संस्कार के लिए ग्रामीणों को सौप दिया।
ग्रामीणों ने बड़े ही हर्षोल्लास के साथ पैमार नदी स्थित शमशान घाट में शव का अंतिम संस्कार कर दिया। घटना स्थल पर मौजूद ग्रामीण कमाल अंसारी ,विनेश ,बिनोदसेन यादव , रंजीत यादव,अनिल यादव,विनय चौधरी ,इंद्रदेव यादव ,पप्पू सिंघानिया, मुरारी सहित अन्य समस्त ग्रामीणों ने जिस तरह से वृद्ध मृतक के प्रति जो कार्य किया है वो मानवता के लिए मिसाल कायम किया है।

लाइव मगध संवाददाता विकास कुमार