मगध लाइव वरीय संवाददाता देवव्रत मंडल

कभी मोहन श्रीवास्तव के साथ तो अब बागी चैतन्य पालित के साथ चुनावी सभा कर रहीं है जिला कांग्रेस अध्यक्ष

मगध लाइव के वरीय संवाददाता देवब्रत मंडल की पड़ताल करती विशेष रिपोर्ट
कहावत है कि राजनीति की जंग में सबकुछ जायज है। बड़े बड़े नेता चुनाव में पाला बदलने में हिचकते नहीं तो किसी दल की जिलाध्यक्ष की बिसात क्या? राजनीति अपने अपने फायदे के लिए करने की परिपाटी की जब से शुरुआत हुई। तब से ऐसा देखने को मिलता आया है कि चुनाव के वक्त लोग पलटने में देरी नहीं करते। पार्टी का सिद्धांत पैरों तले कुचल दिया जाता है। कुछ ऐसा ही गया टाउन विधानसभा क्षेत्र में देखने को मिल रहा है।
आईए जानते हैं कि क्या हो रहा है महागठबंधन के अधिकृत प्रत्याशी डिप्टी मेयर मोहन श्रीवास्तव के साथ। जब टिकट की बात चल रही थी तो कई कांग्रेसी नेताओं की जमात इस दौड़ में शामिल रहे। मैं सभी का नाम नहीं खोलना चाहता हूं। एक दो नाम की चर्चा जो काफी चली थी, उसमें एक दो नाम चैतन्य पालित का और गया जिला महिला कांग्रेस की अध्यक्ष वार्ड पार्षद लाछो देवी के भी थे। पर पार्टी ने डिप्टी मेयर मोहन श्रीवास्तव को महागठबंधन की तरफ से टिकट दिया। इसके बाद जो हुआ और हो रहा है, उसकी चर्चा करते हैं।
चैतन्य पालित पार्टी लाइन से हटकर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। जिनके स्वर्गीय पिता जय कुमार पालित गया शहर के विधायक रह चुके हैं। चैतन्य पालित के चुनाव मैदान में उतरना कहीं न कहीं महागठबंधन के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है।
अब बात करते हैं कांग्रेस की महिला सेल की जिलाध्यक्ष लाछो देवी का। जो नगर निगम की पार्षद भी हैं। जब डिप्टी मेयर मोहन श्रीवास्तव ने नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद महागठबंधन के नेताओं के साथ एक बैठक हुई। जिसमें लाछो देवी भी शामिल रहीं। यहां तक कि मोहन श्रीवास्तव को उस मीटिंग में लाछो देवी ने माला पहनाकर एक तरह से विजयश्री का आशीर्वाद और अपना पूरा समर्थन व सहयोग का भरोसा दिलाई। लेकिन, ये सब क्षणिक मानो था। आज लाछो देवी की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर सामने आया है। जिसमें वे कांग्रेस से बागी हुए निर्दलीय उम्मीदवार चैतन्य पालित के साथ केवल दिख ही नहीं रहीं, बल्कि पालित की जीत का सिंबल दिखाते दिख रही हैं। कहा जाता है तस्वीर झूठ नहीं बोलती। न ही ये तस्वीर manuplate किया गया है। इससे साफ जाहिर हो रहा है महिला कांग्रेस की जिलाध्यक्ष लाछो देवी कांग्रेस व महागठबंधन के अधिकृत उम्मीदवार मोहन श्रीवास्तव की चुनावी नैया डूबोने में लग गई हैं। जो महागठबंधन की सेहत के लिए अच्छा नहीं कहा जा सकता।
फिलहाल, राजनीतिक संभावनाओं का खेल है। भविष्य में कुछ भी हो सकता है। 28 को यहां मतदान है और मतगणना 10 नवंबर को। लेकिन तबतक “मगध लाइव” इस पर अपनी नजर बनाए रखेगा।