वरीय संवाददाता देवब्रत मंडल

पुराने रेल आवासों को ध्वस्त करेगा आरएलडीए, मल्टीकॉम्प्लेक्स बनेंगे बिल्डिंग
बीत गए साल 2020 में ही गया के रेलवे लोको कॉलोनी को जमींदोज कर इसकी जमीन पर बेहतर टाउनशिप विकसित करने की तहरीर लिखी जा चुकी थी। अब नए साल 2021 में इस पर काम बहुत जल्द ही शुरू होने वाले हैं। लोको कॉलोनी में बने सभी रेल आवासों को रेल भूमि विकास प्राधिकरण(R.L.D.A) ध्वस्त करने वाला है। उसके बाद जमीन को समतलीकरण किया जाएगा। इसके बाद इस जमीन पर टाउनशिप की नई तहरीर लिखेगा। इसके लिए बजाप्ता रेल भूमि विकास प्राधिकरण ने निविदा को अंतिम रूप गत वर्ष ही दे दिया है। इस बाबत पिछले दिनों पूर्व मध्य रेल महाप्रबंधक ललित चंद त्रिवेदी ने रेलवे के मान्यताप्राप्त कर्मचारी यूनियन के साथ एक मीटिंग हुई थी। जिसमें शामिल होने वाले पूर्व मध्य रेल कर्मचारी यूनियन (ECRKU) के कार्यकारी अध्यक्ष मिथिलेश कुमार ने बताया कि ये बात सच है कि गया के लोको कॉलोनी के पुराने व जर्जर हो गए आवासों को ध्वस्त कर यहां एक टाउनशिप डेवेलप करने से संबंधित योजना को अंतिम रूप दे दिया गया है। मिथिलेश कुमार के अनुसार लोको कॉलोनी में अब नए मल्टी स्टोरेज बिल्डिंग बनाए जाने हैं। जिसमें रेल कर्मचारियों के लिए कुछ आवास होंगे। शेष नॉन-रेलवे कर्मचारियों यथा अन्य केंद्रीय विभागों के कर्मचारियों को कुछ आवास आवंटित किए जाने हैं। इनकी मानें तो इस कॉलोनी में पार्क, बाजार आदि भी होंगे। ऐसा इस जगह पर रहने वाले लोगों की सुविधा को देखते हुए किया जाना है। उन्होंने बताया इस नए साल में इसकी बुनियाद रखी जा सकती है। जैसा कि उन्हें रेल महाप्रबंधक श्री त्रिवेदी ने मीटिंग में बताया है। बता दें कि फिलहाल लोको कॉलनी के कर्मचारियों के आवासों की जांच व सर्वे रेलवे की एक टीम कर रही है। अबतक करीब 500 से अधिक आवास का सर्वे का काम पूरा हो चुका है। कुछ आवास के ही सर्वे करने का कार्य शेष बचा है। कई कर्मचारी आवास बिल्कुल ही जर्जर हालत में है। कई में जैसे तैसे रेलकर्मी रह रहे हैं। इस कॉलोनी में एक रेलवे अस्पताल, एक प्लेग्राउंड, एक महात्मा गांधी का स्मारक सह पार्क, एक भवन में राजकीय मध्य विद्यालय, एक प्लस 2 विद्यालय चल रहे हैं। इस नई योजना में इन सभी को स्थान मिलेगा या नहीं, ये अस्पष्ट है।