
गया जिला के बाराचट्टी मे महागठबंधन के नेताओ एवं समर्थकों ने राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या दो को घंटों जाम रखा किसान के समर्थन में उतरे विपक्षी पार्टियां राजद समेत भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी माले के नेताओं केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर नारेबाजी की और उन्होंने कहा कि केंद्र कृषि बिल वापस ले जब तक केंद्र सरकार कृषि बिल वापस नहीं लेता है या कोई संशोधन किसान हित में नहीं करते हैं। तब तक हम लोग आंदोलन जारी रखेंगे और धरना प्रदर्शन चालू रहेगा । आज देश की किसान नरेंद्र मोदी की सरकार में खुश नहीं है और नहीं गरीब खुश है तो हम उन सरकार से पूछते हैं। किसान हित में सरकार नहीं गरीब हित में सरकार नहीं तो क्या इस सरकार पूंजीपति और उद्योगपतियों के लिए है इस देश में हैं। गरीब और किसान की रहने की जगह नहीं है अगर जगह है तो केंद्र सरकार हमें बताएं कि आजादी के बाद किसान के साथ ऐसा दुर्व्यवहार क्यों किया जा रहा है। किसान अन्नदाता है किसान अन्य पैदा करके देश के नागरिकों को पालने का काम करते हैं और आज सरकार इन किसानों के खिलाफ बिल लाकर हिटलर वादी साबित करना चाहते है। आजाद भारत में भी इस मूल्क के लोगों के साथ वाटर कैनन के साथ एवं लाठी भांजी जाती है। जिस किसान ने इस देश को पालने का काम कर रहे हैं उस किसान के साथ सरकार हिटलर वादी नीति अपना रही है। मैं जानना चाहता हूं कि केंद्र के नरेंद्र मोदी सरकार कृषि मंत्री किसान के विरोध में जो नीति कानून बनाया है वापस लेगा या नहीं जब तक बील वापस नहीं ली जाएगी। किसान की आंदोलन लगातार जारी रहेगा । राजद नेत्री पुर्व विधायिका समता देवी ने जीटी रोड बाराचट्टी मे घंटों जाम कर विरोध प्रदर्शन किए और किसान के समर्थन में उतरे और उन्होंने कहा कि सरकार किसान की बात मान ले और कृषि बील को वापस ले। यह सरकार की हिटलर वादी नहीं चलेगी।
रिपोर्ट- राहुल कुमार भारती ,बाराचट्टी संवाददाता