मगध लाइव वरीय संवाददाता देवव्रत मंडल

22 अक्टूबर को प्रस्तावित था रेल चक्का जाम आंदोलन
AIRF ने बहुत पहले ही आह्वान कर दिये थे कि यदि 2019-20 का PLB बोनस कर्मचारियों को नहीं दी जाती है तो भारतीय रेल के सभी कर्मचारी दिनांक 22 अक्टूबर को रेल का चक्का जाम करने का काम किया जायेगा । जिसके बाद भारतीय रेलवे के सभी जोनों के सभी डिविजनों में कर्मचारियों द्वारा चार दिनों से धरना एवं प्रदर्शन लगातार चलता रहा और भारत सरकार पर AIRF महामंत्री शिवगोपाल मिश्रा द्वारा लगातार दबाव बनाने काम किया गया। जिसके बाद भारत सरकार को आखिर में कर्मचारियों में बोनस के लिए जो रोष था, उसके सामने झुकना पङा। अंततः बोनस को देने की मंजूरी दे दी गई ।
ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन के गया शाखा सचिव विजय कुमार ने कहा- ऐसा इसलिए हुआ साथियों आपकी ताकत का एहसास भारत सरकार को हो चुकी थी। सरकार यह भी जान चुकी थी कि कोरोना काल में कर्मचारियों का DA एवं अन्य भत्ता बंद किया तो कर्मचारियों ने कुछ नहीं बोला। जब भारत सरकार ने कर्मचारियों से सहयोग मांगा तो कर्मचारियों ने बड़ा दिल दिखाते हुये 157 करोड़ रूपये भारत सरकार को देने का काम किया। परंतु भारत सरकार उस बड़े दिल दिखाने को कमज़ोरी समझना शुरू कर दिया। लगातार कर्मचारियों पर तरह-तरह का प्रहार करना शुरू किया, जो असहनीय थी। क्योंकि DA एवं अन्य भत्ते जो बंद किये गए उसकी जानकारी का असर हमारे परिवार एवं बच्चों पर उतना असर नहीं डाल पाया था। परन्तु दशहरे के अवशर पर जो बोनस दी जाती है उसका बङा असर परिवार एवं बच्चों पर पङता है। कारण कि दशहरे से सभी कर्मचारियों के घरों से आवाज आती है कि बोनस कब मिल रहा है । इसलिए कर्मचारियों में बोनस की घोषणा नहीं हो सकने के लिए काफी गुस्सा था। रेलवे के सभी विभागों में AIRF के आह्वान पर जगह-2 विरोध प्रदर्शन हुए और हङताल की घोषणा हुई। तदोपरान्त भारत सरकार को बुधवार को 78 दिनों की बोनस का घोषणा करना पङा। जैसे ही घोषणा हुई रेल कर्मचारियों के परिवारों एवं बच्चों में ख़ुशी की लहर दौड़ गयी। यही ख़ुशी देखने के लिए कर्मचारियों में गुस्सा था। सचिव श्री कुमार ने अन्य रेल कर्मचारी संगठनों पर निशाना साधते हुए रेलकर्मियों से कहा कि एसीआरकेयू पहले भी कह चुका है कि कुछ लोग ऐसे भी होंगे। जो आपके साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने के लिए तैयार नहीं और न ही आपकी समस्या से कोई मतलब है। उन्होंने कहा दूसरे की गरम तवे पर रोटी सेकने पहुंच जाएंगे। इसलिए ऐसे लोगों से सावधान रहें। आप रेलकर्मियों के दुःख, सुख में ईसीआरकेयू सदैव खङी है और आगे भी खङी रहेगी।