वरीय संवाददाता देवब्रत मण्डल की रिपोर्ट
आई. एम. ए. गया शाखा अलग-अलग सर्जिकल क्रिया करने के लए भारत
सरकार द्वारा आयुर्वेद स्नातक को दिए गए अनुमति के खिलाफ आइएम के अध्यक्ष डा० सहजान प्रसाद सिह नेशनल मेडिकल कमिशन के विरोध की सराहना की है। आईएमए के गया शाखा सचिव डॉ विश्वविजय सिंह, अध्यक्ष डॉ रामसेवक प्रसाद सिंह का कहना है कि यह सर्वविदित है कि भारत में किसी भी आयुर्वेद चिकित्सा महाविद्यालय में न तो न तो शल्य विभाग कार्यरत है और न किसी भी आयुष स्नातक को इसका प्रशिक्षण दिया जाता है। इन परिस्थितियों में आयुर्वेद स्नातक को शल्य चिकित्सा की अनुमति देना देश की जनता के साथ धोखा है और इससे जान जाने का भी खतरा हो सकता है।
आई. एम. ए. गया शाखा भारत सरकार द्वारा लाए गए इस
फैसले का घोर वरोध करते हुए सरकार से इस फैसले को वापस लेने की मांग की है। अध्यक्ष व सचिव ने कहा है कि यदि ऐसा नहीं किया जाता है तो आई. एम. ए. गया शाखा राज्य एवं मुख्यालय के निर्देश पर जिलाव्यापी आंदोलन करने को बाध्य होगा। जिससे जनता को इस दौरान होने वाले सारे परेशानी के लिए सरकार जिम्मेवार होगी।
