
आईआईएम बोध गया में शैक्षिक सत्र की शुरुआत 2015 में हुई और पिछले 5 वर्षों में आईआईएम निरंतर विकास के पथ पर अग्रसर है। शत-प्रतिशत प्लेसमेंट, छात्रों में विविधता से शैक्षिक विविधता तक, प्रोटेटलीथीस (मैनेजमेंट प्रतियोगता) का आयोजन टेडेक्स आईआईएम बोधगया का आयोजन, मॉडल यूनाइटेड नेशन्स (एम यू एन), अंतरराष्ट्रीय संस्थानों से साझेदारी और बहुत कुछ और इन्हीं सब के साथ आईआईएम बहुत ही तेजी के साथ आगे बढ़ रहा है। इसी क्रम में देश में बढ़ रही मैनेजमेंट छात्रों की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए हुए आईआईएम बोधगया में इंटीग्रेटेड प्रोग्राम इन मैनेजमेंट (आईपीएम) की शुरुआत शैक्षिक सत्र 2021 से करने जा रहा है। इसी के साथ आईआईएम बोधगया सभी तीसरे दौर में के आईआईएम में इंटीग्रेटेड प्रोग्राम इन मैनेजमेंट (आईपीएम) कराने वाला पहला संस्थान और देश भर में तीसरा संस्थान होगा
आईआईएम बोध गया इंटीग्रेटेड प्रोग्राम इन मैनेजमेंट (आईपीएम) में एंट्रेंस टेस्ट और पर्सनल इंटरव्यू के माध्यम से प्रवेश लिया जा सकता है।
ऐतिहासिक तौर पर बोधगया शिक्षा का एक अहम केंद्र रहा है और महात्मा बुद्ध के ज्ञान प्राप्ति की धरती है। पूर्व में शिक्षण संस्थानों के केंद्र नालंदा और तक्षशिला को प्रेरणा स्रोत मानते हुए मैनेजमेंट के क्षेत्र में ज्ञान की ज्योति जलाए रखते हुए देशभर के छात्रों के लिए ज्ञान का असीमित भंडार बनकर उभर रहा है।
इंटीग्रेटेड प्रोग्राम इन मैनेजमेंट (आईपीएम) के माध्यम से आईआईएम बोधगया देश भर के छात्रों को प्रायोगिक ज्ञान, अंतरराष्ट्रीय निवेश एवं एक संपूर्ण पाठ्यक्रम के माध्यम से भविष्य के बिजनेस लीडर बनाने का लक्ष्य रखता है। आई पी एम के पहले बैच में 60 छात्रों का प्रवेश लिया जाना है। पाठ्यक्रम को संतुलित रखा गया है ताकि छात्रों को विभिन्न विषयों का बराबर ज्ञान मिल सके और वह भविष्य में देश के बिजनेस लीडर बन सके। आईआईएम बोधगया इस नए प्रोग्राम के साथ ऐसे बिजनेस लीडर बनाना चाहता है जोकि समस्याओं का निजात करना जानते हो, विश्लेषणात्मक कौशल से परिपूर्ण, जिसके आचार और विचार समाज के प्रति सहानुभूति पूर्ण हो।
रिपोर्ट- प्रकाश कुमार लाइव मगध संवाददाता